
मुस्लिम लड़कों को हाई-प्रोफाइल लड़कियों को फंसाने की ट्रेनिंग; यूपी में 2 साल में 200 केस
पॉपुलर फ्रंट ऑफ़ इंडिया (पीएफआई) को-एजुकेशन स्कूलों में पढ़ने वाली हाई प्रोफाइल घरों की लड़कियों को टारगेट पर लेकर काम कर रहा था। लड़कियों को घर से भगाने, इस्लाम अपनाने जैसे मंसूबे के साथ मुस्लिम लड़कों को तैयार किया जा रहा है। बाकायदा ट्रेनिंग दी जाती है कि पुलिस से बचना कैसे है।
लखनऊ के नदवा कॉलेज के प्रोफेसर अहमद बेग ने पुलिस कस्टडी में हुई पूछताछ में यह खुलासा किया है। वो पीएफआई का सक्रिय सदस्य है। पकड़े गए लड़कों के बैंक खातों को ट्रेस करने के बाद खुफिया एजेंसियां यूपी में पश्चिम से पूर्वांचल तक के 30 शहरों में 15 हजार से ज्यादा बैंक खातों तक पहुंची। इनमें लाखों रुपए फंडिंग होने के सबूत भी मिले हैं। प्रोफेसर से हुए खुलासे के बाद एसटीएफ और आईबी ने एक टीचर और 3 संदिग्धों को पकड़ा है। सोमवार को बहराइच और लखनऊ में छापामारी हुई।
अंग्रेजी बोलने और अच्छी बाइक-मोबाइल इस्तेमाल करने को कहते हैं
पुलिस सूत्रों ने बताया कि पीएफआई सोशल मीडिया और लोकल सोर्स से नए लड़कों को ग्रुप में जोड़ रहा है। स्कूलों में पढ़ने वाले लड़कों को अपनी लाइफस्टाइल बदलने के लिए कहा जाता है। बातचीत में उर्दू का इस्तेमाल कम करने के लिए कहा जाता है। अंग्रेजी में बोलने और अच्छे मोबाइल-बाइक इस्तेमाल करने के लिए कहा जाता है। सोशल मीडिया पर हिंदू पहचान बनानी होती है। टारगेट सिर्फ एक होता है कि स्कूल में पढ़ने वाली हिंदू लड़कियों को प्यार के जाल में फंसाना होता है। फिर एक समय पर घर छोड़ने का दबाव बनाना होता है। शादी भले ही हिंदू तौर तरीकों के हो। मगर, बाद में लड़की को धर्म परिवर्तन के लिए कहना होता है। इस तरह से लव जिहाद का एक केस सक्सेस माना जाता है।
हैलॉ क्लासेज में बताते हैं कि पुलिस से कैसे बचना
ट्रेनिंग का सबसे अहम पहलू लॉ क्लासेज होती हैं, जहां लड़की के परिवार की तरफ से पुलिस कार्रवाई के बारे में बताया जाता है। कानूनी धाराओं के साथ उसने बचाव के तरीके भी बताए जाते हैं। थाने और फिर कोर्ट में होने वाले बयान से लेकर मेडिकल में क्या होता है, ये भी पढ़ाया जाता है। इस सख्त ट्रेनिंग के दौरान घर से भागने के दौरान पुलिस से बचने के तरीके भी बताए जाते हैं।
2 साल में 164 मामले, 105 में खाड़ी देश से पैसा मिलने की जांच
ट्रेनिंग के बाद 2 साल से अचानक बढ़े लव जिहाद के केस भी समझाते हैं। सिर्फ यूपी में 27 नवंबर 2020 से जनवरी 2022 तक कुछ 164 लव जिहाद के मामले पकड़े गए। इनमें 105 मामले ऐसे हैं, जिनमें खाड़ी देशों से मदद पहुंचाने के इनपुट मिले हैं। इनमें सौ मामलों में लड़कियों के कोर्ट में बयान भी हुए हैं।
पुलिस 25 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं इससे जुड़े 90 आरोपियों की तलाश कर रही है। लव जिहाद से सबसे ज्यादा मामले बरेली जोन में हैं। वहां 38 मामले दर्ज हैं। वहीं गोरखपुर जोन में 20, प्रयागराज जोन में 18 और लखनऊ और वाराणसी जोन में 13 मामले दर्ज हैं।
लखनऊ में नदवा कॉलेज का पूर्व शिक्षक है अहमद बेग
अहमद बेग नदवी 2018 तक लखनऊ के नदवा कॉलेज में भी पढ़ाता था। यूपी पीएफआई को नदवी के मोबाइल-लैपटॉप से कई आपत्तिजनक वीडियो मिली थी। वह ओमान समेत कई खाड़ी देशों में जाकर पीएफआई के लिए फंड इकट्ठा करने का काम कर रहा था। आरोप है कि ये पीएफआई के लिए मोटिवेशनल स्पीकर के तौर पर यूट्यूब पर लोगों को बरगला रहा था।
2022 में बहराइच से लड़ा था विधानसभा का चुनाव
अहमद बेग हाल ही में हुए 2022 के विधानसभा चुनाव में बहराइच के कैसरगंज सीट से सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया के टिकट से चुनाव भी लड़ चुका है। उसके साथ युवाओं की लंबी फौज थी, लेकिन चुनाव हार गया था।
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