झारखंड के जामताड़ा के साइबर ठग लोगों को शिकार बनाने के लिए अब एक नया तरीका अपना रहे हैं। अब ये दूसरे राज्यों की भाषा सीखकर साइबर ठगी की घटना को अंजाम दे रहे हैं। पहले ये हिन्दी में बातचीत कर लोगों को ठगते थे।
कुछ महीनों में जामताड़ा जिले से पकड़े साइबर ठगों की जांच में यह खुलासा हुआ है कि ये अब दक्षिण भारत के राज्यों की भाषा में बातचीत की उन राज्यों के लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। पहले साइबर अपराधियों को प्रोफेशनल तरीके से फर्राटेदार हिन्दी और अंग्रेजी भाषा में बातचीत करने के लिए पुराने साइबर अपराधियों द्वारा ट्रेनिंग दी जाती थी। अब ये तमिल, कन्नड़ और मलयाली जैसी दक्षिण भारतीय भाषा भी बखूबी बोलते हैं और इसी भाषा में बात कर तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्यों के हाईप्राफाइल लोगों को निशाना बना रहे हैं।
इसी 10 अमक्तूबर को जामाताड़ा जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के बिहाजोड़ी गांव से गिरफ्तार किए गए तीन भाइयों शमशाद अंसारी, इकबाल अंसारी और शाहबाज अंसारी ने तमिल भाषा में बातचीत कर चेन्नई के प्रसिद्ध डॉक्टर के बैंक खाते से आठ लाख रुपए निकाल लिए।
गिरफ्तार किए गए साइबर अपराधियों से पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि वे लोग रोजगार की तलाश में पहले तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में गए थे। कुछ महीने काम करने के दौरान इन लोगों ने वहां की भाषा सीख ली। जब वे लौटे और साइबर ठगों के संपर्क में आकर साइबर क्राइम के धंधा में उतरे तो दक्षिण भारतीय भाषाओं का इस्तेमाल कर वहां के लोगों को ठगना आसान हो गया।
केस-01
जामताड़ा के करमाटांड़ थाना क्षेत्र के कोरबंधा गांव से सरफुद्दीन अंसारी, शिवधन मरांडी व जाबिर हुसैन की 8 जनवरी 2021 को गिरफ्तारी हुई थी। इन तीनों आरोपियों ने कन्नड़ भाषा में बातचीत कर कर्नाटक के लोगों से साइबर ठगी की थी। कर्नाटक पुलिस ने उक्त तीनों आरोपियों को ट्रांजिट रिमांड पर लिया था।
केस -02
जामताड़ा के तीन भाई शमशाद, इकबाल और शाहबाज कुछ महीने पहले मजदूरी करने चेन्नई गए थे। तमिल सीखकर लौटे और वहां के डॉ वीतारा श्रीधर के खाते से 8 लाख रुपए उड़ा लिए। उनके विरुद्ध चेन्नई के साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज है। तीनों को इसी 10 अक्तूबर को गिरफ्तार किया गया है।
केस-03
साल 2017 में करमाटांड़ थाना क्षेत्र के देवडीह और पहरूडीह गांव से हासीन अंसारी, फिरोज अंसारी, लाल मोहम्मद, आदीद अंसारी, अतहर अंसारी एवं वसीर अंसारी को गिरफ्तार किया गया था। ये सभी तमिल भाषा बोलना जानते थे। इसी भाषा में बात कर इन्होंने तमिलनाडु के कई लोगों को झांसे मे लेकर साइबर ठगी की
10 अक्तूबर को गिरफ्तार किए गए साइबर आरोपियों ने यह कबूल किया है कि वह तमिल भाषा में बातचीत करना जानते हैं। इससे पूर्व भी कई बार साइबर अपराधियों द्वारा दूसरे राज्यों की भाषा में बातचीत करने के मामले सामने आते रहे हैं।
अजीत पंजीकार, साइबर थाना प्रभारी, जामताड़ा
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