वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुआ ‘गंगा विलास क्रूज’ बिहार के छपरा में फंस गया. पानी कम होने की वजह से क्रूज को किनारे लाना मुश्किल हो गया है.
गंगा नदी में वाराणसी से डिब्रूगढ़ के लिए रवाना हुआ ‘गंगा विलास क्रूज’ बिहार के छपरा में फंस गया. इससे क्रूज-ऑपरेटर्स का माथा ठनकने लगा. क्रूज के फंसने का पता चलते ही SDRF की टीमें बुलवाई गईं. बताया जा रहा है कि नदी में पानी कम होने की वजह से क्रूज को किनारे लाना मुश्किल हो गया है. अब SDRF की टीम छोटी नाव के जरिए सैलानियों को चिरांद लाने की कोशिश कर रही है.
बता दें कि गंगा विलास क्रूज दुनिया की सबसे लंबी नदी यात्रा पर निकला है. 3-4 दिन पहले ही इस क्रूज को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से लॉन्च किया था. लॉन्चिंग के वक्त कहा गया था कि गंगा विलास क्रूज नदी के रास्ते 3200 किलोमीटर का सफर करेगा. यह वाराणसी से रवाना हुआ और फिर बिहार की सीमा में प्रवेश किया. बिहार के बक्सर, जो कि विश्वामित्र की नगरी मानी जाती है, वहां से होते हुए यह क्रूज पूर्व की ओर बढ़ रहा था.
हालांकि, सोमवार, 16 जनवरी को जब क्रूज छपरा के डोरीगंज इलाके में पहुंचा, तो वहां फंस गया. जिसके बाद प्रशासन तुरंत अलर्ट हुआ और कुछ देर बाद SDRF की टीम बुलवा ली गई. बताया जा रहा है कि SDRF छोटी नाव के जरिए सैलानियों को चिरांद लाने की कोशिश में है, इसके अलावा क्रूज को भी आगे बढ़ाने का प्रयास किया जाएगा. तब तक सैलानी चिरांद के पुरातात्विक महत्व से रूबरू कराए जाएंगे.
इस क्रूज में स्विटजरलैंड के कुल 31 सैलानी सवार हैं. खास बात यह है कि इसमें बुकिंग कराने वाले लोग ज्यादातर विदेशी ही हैं.
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