डीआरडीओ के साइंटिस्ट को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। जानकारी के अनुसार 59 साल का यह साइंटिस्ट हनीट्रैप का शिकार हुआ और पाकिस्तान के लिए खुफिया जाकारियां मुहैया कराने लगा। महाराष्ट्र की एंटी-टेररिस्ट स्क्वाड ने पुणे से इस साइंटिस्ट को गिरफ्तार कर लिया है। इस बाद का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियां चौकन्ना हो गई हैं।
महाराष्ट्र आतंकवाद विरोधी दस्ते ने पाकिस्तान के लिए जासूसी के आरोप में रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) कार्यरत साइंटिस्ट को गिरफ्तार किया है। एटीएस अधिकारियों के अनुसार बीते 3 मई को पुणे में डीआरडीओ साइंटिस्ट को पाकिस्तान इंटेलिजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) के एजेंट से संपर्क की वजह से गिरफ्तार किया गया है। आरोपी साइंटिस्ट के व्हाट्सएप मैसेज, ऑडियो चैट, वीडियो को खंगाला गया। जिसके माध्यम से वह पीआईओ से बात करता था। अधिकारियों के अनुसार जिम्मेदार पद पर होने के बावजूद डीआरडीओ अधिकारी ने अपने पद का मिसयूज किया है। महत्वपूर्ण सरकारी दस्तावेजों की जानकारी लीक करने के देश की सुरक्षा खतरे में पड़ सकती है। आरोपी साइंटिस्ट के खिलाफ मुंबई के कलाचौकी एटीएस स्टेशन में गोपनीयता अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
साइंटिस्ट प्रदीप कुरुलकर रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन के अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान का निदेशक बनाया गया था। कुरुलकर, जिनका जन्म 1963 में हुआ था। उन्होंने 1985 में पुणे से डिस्टिंक्शन के साथ इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग में बैचलर ऑफ इंजीनियरिंग की डिग्री प्राप्त की थी। इसके बाद 1988 में और फिर अवाडी में के लिए काम करना शुरू किया। इसके बाद उन्होंने ड्राइव एंड एप्लिकेशन पर फोकस किया और आईआईटी कानपुर से उन्नत पावर इलेक्ट्रॉनिक्स कोर्स वर्क पूरा किया। उनकी क्षमता के क्षेत्रों में मिसाइल लांचर, सैन्य इंजीनियरिंग उपकरण, अत्याधुनिक रोबोटिक्स और सैन्य उपयोग के लिए परिवहन योग्य मानव रहित प्रणालियों का डिजाइन और डेवलपमेंट शामिल है।
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