श्रीहरिकोटा। आज का दिन इसरो के लिए बेहद खास है। इसरो आज अपने तीसरे चंद्रमा मिशन ‘चंद्रयान -3’ को लॉन्च करेगा। इसके लिए काउंटडाउन शुरू हो गई है। शुक्रवार को दोपहर 2:35 बजे आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से इसे लॉन्च किया जाएगा।
चंद्रयान तीन को अंतरिक्ष में ले जा रहे रॉकेट LVM 3 का वजन 642 टन है। यह तीन स्टेज वाला रॉकेट है। आखिरी स्टेज में चंद्रयान तीन LVM 3 से अलग होगा। LVM 3 के लॉन्च होने और चंद्रयान तीन के अलग होने में 16 मिनट लगेंगे।
मिशन चंद्रयान 3 मिशन पर 615 करोड़ रुपए खर्च हुए हैं। चंद्रयान 3 चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास लैंड करेगा। इसका रोवर 14 दिनों तक चांद की सतह पर खोज करेगा। रोवर अपने साथ कई अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरण ले जाएगा।
चंद्रयान-3 को इसरो का नया रॉकेट LVM3-M4 अंतरिक्ष में ले जाएगा। चंद्रमा तक पहुंचने के लिए चंद्रयान-3 को करीब 3.84 लाख किलोमीटर दूरी तय करनी होगी। यह 23-24 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर लैंड करेगा। चंद्रयान 3 का वजन 2,148 किलो है। इसका लैंडर 1,723.89 किलो का है। चंद्रयान 3 अपने साथ 26 किलो का रोवर ले जा रहा है।
चंद्रयान 3 का मकसद चंद्रमा की सतह पर भारत की सॉफ्ट लैंडिंग की क्षमता का प्रदर्शन करना है। चंद्रयान तीन के साथ भेजा जा रहा रोवर चंद्रमा की सतह पर घूमेगा और खोज करेगा। इस मिशन की सफलता के साथ ही भारत ऐसा चौथा देश बन जाएगा जिसने चंद्रमा पर कदम रखा है। इससे पहले अमेरिका, रूस और चीन ऐसा कर चुके हैं।
चांद पर कदम रखने की भारत की यह दूसरी कोशिश है। इससे पहले इसरो ने 2019 में चंद्रयान -2 को भेजा था। चंद्रयान -2 के लैंडर और रोवर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गए थे। इसके बाद मिशन चंद्रयान-3 की शुरुआत हुई। चंद्रयान तीन में चंद्रयान -2 की तुलना में काफी बदलाव किया गया है।
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