हलद्वानी। उत्तराखंड के हलद्वानी में गुरुवार को एक अवैध मदरसे और उससे सटी मस्जिद को ढहाए जाने को लेकर हुई हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई। करीब 250 लोग घायल हुए हैं। घायलों में 100 से अधिक पुलिसकर्मी हैं। उपद्रवियों ने थाना जला दिया। शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया है। दंगाइयों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी किए गए हैं। इंटरनेट सेवाएं बंद हैं। स्कूलों को भी बंद किया गया है।
नैनीताल की डीएम वंदना सिंह ने शुक्रवार को हलद्वानी में हुई हिंसा को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया। इस दौरान डीएम ने हिंसा के दौरान के वीडियो फुटेज दिखाए। इसके साथ ही उन्होंने घटना से पहले रिकॉर्ड किए गए इलाके के वीडियो फुटेज भी दिखाए। डीएम ने कहा कि हिंसा पूरी प्लानिंग के तहत की गई। पहले से पत्थरों को घरों में जमा कर रखा गया था। पेट्रोल बम बनाकर रखे गए थे।
डीएम ने कहा, “भीड़ के हमले में थाना नष्ट हो गया है। थाने में किसी को घुसने नहीं दिया गया। थाने के खिड़की, दरवाजे, फर्नीचर और अन्य सामान जला दिया गए। भीड़ ने थाना तोड़ने की कोशिश की। प्रशासन की गाड़ियों और नगर निगम की जेसीबी को जलाया गया है। कुछ बसों को जलाया गया है। मीडियाकर्मियों की बाइक जलाई गई, कई को चोट भी लगी है। जिन लोगों ने भी ये घटनाएं की हैं सबकी पहचान सुनिश्चित की जाएगी। कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। ये कोई साम्प्रदायिक मामला नहीं था। इसे साम्प्रदायिक न बनाया जाए। ये स्टेट मशीनरी को चैलेंज करने की कोशिश थी।”
हलद्वानी के वनभूलपुरा क्षेत्र में वन विभाग की जमीन पर कब्जा कर मदरसा और मस्जिद बनाया गया है। जमीन खाली कराने को लेकर कोर्ट से आदेश जारी किया गया था। इसके बाद पुलिस टीम के साथ नगर निगम के अधिकारी और कर्मचारी अतिक्रमण हटाने गए थे। जैसे ही बुलडोजर ने अवैध संरचनाओं को ढहाना शुरू किया महिलाओं सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। उपद्रवियों ने बैरिकेड्स तोड़े और पुलिस के साथ झड़प की। इसके साथ ही स्थिति तेजी से बिगड़ गई और आगजनी शुरू हो गई।
Leave a Reply