वसंत पंचमी पर करें मां सरस्वती के दर्शन मां करेंगी भक्तों पर कृपा

इस वर्ष 14 फरवरी 2024 को वसंत पंचमी का पर्व मनाया जा रहा है। हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष के पांचवे दिन वसंत पंचमी का त्योहार मनाते हैं। इस दिन मां सरस्वती की पूजा करने की परंपरा है। पीले वस्त्र पहनकर बच्चों से लेकर बड़े तक कला, संगीत और विध्या की देवी मां सरस्वती की पूजा करके पीले रंग का प्रसाद अर्पित करते हैं।
इस दिन जगह-जगह पंडालों, स्कूलों में मां सरस्वती की आराधना होती है। इसके अलावा मां सरस्वती के कुछ प्रसिद्ध मंदिर हैं, जहां आप वसंत पंचमी के मौके पर दर्शन के लिए जा सकते हैं। भारत में मां सरस्वती के सुंदर और प्रमुख मंदिर स्थित हैं।

आंध्र प्रदेश के आदिलाबाद जिले में माता सरस्वती का मंदिर है, जिसका नाम बसरा है। पौराणिक मान्यता के मुताबिक, महाभारत के युद्ध के बाद ऋषि व्यास शांति की तलाश में निकले, इस दौरान गोदावरी नदी के किनारे कुमारचला पहाड़ी पर पहुंचकर उन्होंने मां सरस्वती की पूजा की। खुश होकर माता ने उन्हें दर्शन दिए। बाद में यहां मां सरस्वती के मंदिर का निर्माण कराया गया।

केरल में भी मां सरस्वती का मंदिर है। इस मंदिर को किझेप्पुरन नंबूदरी ने स्थापित किया था। कहा जाता है कि इस स्थान से किझेप्पुरन ने यहां मां सरस्वती की मूर्ति को ढूंढा था। मंदिर को दक्षिण मुखी भी कहा जाता है। यहां मां की प्रतिमा के पास हमेशा एक दिव्य दिया जलता रहता है।

मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा पर सतना जिले के पास मां सरस्वती का भव्य मंदिर है। इस मंदिर का नाम मैहर देवी मंदिर के नाम से मशहूर है। मंदिर 600 फुट की ऊंचाई वाली त्रिकुटा पहाड़ी पर स्थित है। भक्तों को मां के दर्शन के लिए 1063 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं।

पुष्कर में ब्रह्मदेव का इकलौता मंदिर स्थित होने के कारण यह जगह काफी चर्चित है। राजस्थान के पुष्कर में ब्रह्मा जी के मंदिर के अलावा करीब में ही मां सरस्वती का भी मंदिर स्थित है। मान्यता है कि इस मंदिर में पूजा करने से हर मनोकामना पूरी होती है।

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