
यूनिक समय, नई दिल्ली। आज ज्येष्ठ मास का पहला मंगलवार है, इसे बड़ा मंगल भी कहते हैं। सनातन धर्म में बड़ा मंगल बहुत ही खास पर्व माना जाता है। बड़े मंगल पर भगवान हनुमान की पूजा की जाती है। बड़ा मंगल उत्तर भारत के लखनऊ और उसके आसपास के इलाकों में खास तौर पर मनाया जाने वाला एक खास पर्व है। यह ज्येष्ठ मास के हर मंगलवार को मनाया जाता है। इसे बड़ा मंगलवार या बुढ़वा मंगल के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन लोग खास तौर पर हनुमान मंदिरों में जाकर पूजा-अर्चना करते हैं। साथ ही इस दिन भोजन और प्रसाद बांटने की भी परंपरा है।
बड़ा मंगल का यह दिन बजरंगबली को समर्पित होता है। मान्यता है कि ज्येष्ठ मास के मंगलवार को पूजा-अर्चना करने से हनुमान जी जल्दी प्रसन्न होते हैं और हर संकट को दूर करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन भक्ति भाव से पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन हनुमान जी को सिंदूर और चमेली का तेल चढ़ाना विशेष पुण्यदायी होता है। यह दिन शक्ति, साहस और ऊर्जा देने वाला माना जाता है।
बड़े मंगल के दिन ब्रह्ममुहूर्त में उठकर स्नान करें। स्वच्छ वस्त्र पहनें। महिलाएं लाल वस्त्र और पुरुष लाल या केसरिया वस्त्र पहन सकते हैं। इसके बाद पूजा स्थल पर हनुमान जी की तस्वीर या मूर्ति स्थापित करें। फिर उन्हें लाल फूल, लाल वस्त्र, सिंदूर, चमेली का तेल, अक्षत आदि अर्पित करें। इसके बाद हनुमान चालीसा का पाठ करें, सुंदरकांड का पाठ करें और हनुमान जी की आरती करें।
बड़ा मंगल कब-कब है?
- पहला बड़ा मंगल – 13 मई 2025
- दूसरा बड़ा मंगल – 20 मई 2025
- तीसरा बड़ा मंगल – 27 मई 2025
- चौथा बड़ा मंगल – 3 जून 2025
- पांचवां बड़ा मंगल – 10 जून 2025
बड़े मंगल के नियम
- बड़े मंगल पर उधार देने से बचना चाहिए। ऐसा कहा जाता है कि बड़े मंगल पर उधार दिया गया पैसा बड़ी मुश्किल से वापस आता है। साथ ही लोगों को आर्थिक मोर्चे पर भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
- इस दिन उत्तर दिशा में दिशाशूल होने के कारण इस दिशा में यात्रा करना अशुभ माना जाता है। इस दिन पश्चिम दिशा में यात्रा करने से भी बचना चाहिए। अगर इस दिशा में यात्रा करना बहुत जरूरी हो तो यात्रा पर जाने से पहले गुड़ खाकर निकलें।
- बड़े मंगल पर नमक, अंडा या मांस-मदिरा का सेवन वर्जित है। ऐसा करने से हनुमान जी नाराज होते हैं और जीवन में कई बाधाएं आती हैं।
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