हिन्दु पंचांग के अनुसार अक्षय तृतीया (akshaya tritiya 2018) बहुत ही शुभ तिथि मानी जाती है। बैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया को अक्षय तृतीया मनाई जाती है। इस दिन का अर्थ है जिसका कभी क्षय न हो या जो कभी नष्ट न हो। इसलिए इस दिन लोग सोने की खरीददारी करते हैं। 18 अप्रैल को अक्षय तृतीया पूरे देश भर में मनाई जाएगी। इस दिन शादी का भी बहुत ही शुभ मुहूर्त होता है। इस दिन बिना कोई मुहूर्त देखे शादी होती हैं। इसे अक्षय तीज या आखा तीज या तीजा भी कहा जाता है। अक्षय तृतीया का महाशुभ योग 18 अप्रैल को सुबह 4:47 मिनट से शुरू होकर अगले दिन सुबह 3:03 बजे तक रहेगा।
इस दिन ठंडी चीजें जैसे जल से भरे घड़े, कुल्हड़, सकोरे, पंखे, खड़ाऊं, छाता, चावल, नमक, घी, खरबूजा, ककड़ी, चीनी, साग, इमली, सत्तू आदि का दान करना बहुत ही उत्तम माना जाता है। बहुत से ज्योतिष की मानें तो इस दिन भाग्योदय के लिए आप शंख और मोरपंख भी खरीद सकते हैं।
दऱअसल शंख मां लक्ष्मी और विष्णु भगवान को बहुत प्रिय है। लेकिन इन्हें खरीदने के बाद इनके अच्छे से मंत्रोचार के बाद ही मंदिर में रखना चाहिए। इसके अलावा अगर आप सोने-चांदी के आभूषण भी खरीदते हैं तो आपको इन्हें लक्ष्मी पूजा में रखने के बाद ही तिजोरी में रखना चाहिए।
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