इंडियन प्रीमियर लीग (IPL 2018) की अंक तालिका में अंतिम स्थान पर काबिज राजस्थान को प्लेऑफ की दौड़ में बने रहने के लिए किसी चमत्कार की जरुरत है और टीम आज (8 मई) घरेलू मैदान पंजाब के खिलाफ करो या मरो मैच में इसी उम्मीद के साथ मैदान पर उतरेगी. लगातार तीन हार ने राजस्थान की कमजोरियों को उजागर कर दिया है जिन्हें खेल के हर विभाग में सुधार करने की जरुरत है. राजस्थान का सामना पिछले मैच में जीत दर्ज करने वाली पंजाब की टीम से है जो तालिका में तीसरे स्थान पर है. कल इंदौर में हुए मैच को पंजाब ने आसानी से छह विकेट से जीता था.
आईपीएल की शुरुआती सत्र की विजेता टीम के लिए गेंद से छेड़छाड़ प्रकरण के कारण प्रतिबंध झेल रहे ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान स्टीव स्मिथ के बाहर होने के बाद कुछ भी सही नहीं चल रहा है.
बल्लेबाजों और गेंदबाजों के लचर प्रदर्शन के कारण टीम ऐसी स्थिति में आ गई है जहां से उसे प्लेआफ की दौड़ में बने रहने के लिए हर मैच जीतना होगा और यह भी प्रार्थना करनी होगी कि दूसरे मैचों के नतीजे उसके अनुकूल रहे.
सत्र में घरेलू मैचों में राजस्थान का रिकॉर्ड बेहतर है जहां उन्होंने तीन में से दो मैचों में जीत दर्ज की है लेकिन आज होने वाले मैच में उसे फिर से नई शुरुआत करनी होगी. लगातार तीन हार में दिल्ली डेयरडेविल्स के खिलाफ मिली हार भी शामिल है जिसमें टीम ने कई मौके गंवाये थे. इस प्रदर्शन से मेंटर शेन वार्न भी डग आउट में काफी निराश दिखे.
कप्तान अजिंक्य रहाणे, इंग्लैंड के हरफनमौला बेन स्टोक्स और राहुल त्रिपाठी के औसत प्रदर्शन ने टीम की स्थिति को और खराब किया है. मेजबानों के लिए इन तीनों का चलना जरुरी है. वेस्टइंडीज के गेंदबाज जोफ्रा आर्चर ने हालांकि प्रभावित किया है जबकि बड़ी रकम के साथ टीम से जुड़े जयदेव उनादकट ने सिर्फ सात विकेट लिये है और उनका इकोनोमी रेट भी 9.86 का रहा है.
वहीं दूसरी तरफ पंजाब की टीम पिछले मैच में राजस्थान को मात देकर जीत की राह पर लौट आई है. एक और जीत के साथ वह शीर्ष चार में अपनी स्थिति और मजबूत करना चाहेगी.
पंजाब अगर आज बड़े अंतर से जीतता है तो वह तालिका में दूसरे स्थान पर आ सकता है. टीम क्रिस गेल और केएल राहुल के बीच अच्छी साझेदारी पर निर्भर रहती है. हालांकि, मयंक अग्रवाल, करुण नायर और मार्कस स्टोइनिस भी अच्छा योगदान देने में सक्षम है.
उनकी गेंदबाजी में विविधता है जिसमें अनुभवी रविचंद्रन अश्विन और अक्षर पटेल के साथ अफगानिस्तान के युवा मुजीब उर रहमान को समझने में विपक्षी टीम को परेशानी हो रही है.
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