नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में पुलिस कमीश्नर राजीव कुमार को लेकर सीबीआई की याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होना होगा, हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने यह भी साफ कर दिया है कि इस मामले में राजीव कुमार की गिरफ्तारी नहीं होगी। इस निर्णय के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने इसे अपनी नैतिक जीत बताया। इस मामले में सुप्रीम कोर्ट अगली सुनवाई 20 फरवरी को करेगी।
सुप्रीम कोर्ट का निर्णय आने के बाद सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मैं केवल राजीव कुमार के लिए ये नहीं कर रही बल्कि देश के सभी लोगों के लिए कर रही हूं जिसमें आप सभी भी शामिल हैं। इसी के साथ उन्होंने धरना जारी रखने के सवाल पर कहा कि मैं पहले उन सभी नेताओं से बात करूंगी जो मेरा समर्थन कर रहे हैं। चंद्रबाबू नायडू आज आ रहे हैं। मैं इस मामले को लेकर नवीन पटनायक जी से भी बात करूंगी। यह लड़ाई मोदी के खिलाफ नहीं है बल्कि यह लड़ाई केंद्र सरकार के खिलाफ है। बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार ने सेंट्रल फोर्स और स्टेट फोर्स को बांटने का काम किया है। यह सिर्फ मेरी जीत नहीं बल्कि देश की जीत है, संविधान की जीत है, युवाओं की जीत है। उन्होंने कहा कि । केंद्र संविधान का उल्लंघन कर रहा है। जो हालात इस वक्त बन रहे हैं उस पर मेरा दिल रो रहा है। केंद्र राज्य को चलाने में हमारा सहयोग नहीं कर रहा है। वह हमें सही तरीके से धन उपलब्ध नहीं करा रहा है। इससे पहले सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के दौरान बंगाल सरकार की तरफ से पेश हुए वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा है कि CBI जांच के नाम पर पुलिसवालों को परेशान कर रही है। जबकि DGP ने जांच में सहयोग का भरोसा दिया था। इसके साथ ही चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने पूछा है कि आखिर कोलकाता कमिश्नर राजीव कुमार को पूछताछ से दिक्कत क्या है?
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