नई दिल्ली। भोपाल लोकसभा सीट से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा हेमंत करकरे पर बयान देकर अब फंसती नजर आ रही हैं. चुनाव आयोग ने साध्वी को नोटिस जारी कर दिया है. इस बात की जानकारी आयोग की भोपाल जिलाधिकारी सुदामा खाड़े ने दी. उन्होंने ही यह नोटिस जारी किया है।
गौरतलब है कि साध्वी प्रज्ञा ने शुक्रवार को कहा था कि यदि उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो वो उसे वापस लेती हैं. साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “मुझे लगता है कि इससे (हेमंत करकरे से जुड़ा बयान) देश के दुश्मनों को फायदा हो रहा है, इसलिए मैं अपना बयान वापस लेती हूं और माफी मांगती हूं. यह मेरी निजी पीड़ा थी।” वहीं साध्वी प्रज्ञा के बयान पर उनकी पार्टी बीजेपी ने इससे किनारा कर लिया है। बीजेपी ने कहा है कि यह उनका (साध्वी प्रज्ञा) निजी बयान है।
दरअसल, साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने यह कहा था कि 26/11 के मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को उनके कर्मों की सजा मिली है. उनके कर्म ठीक नहीं थे, इसलिए उन्हें संन्यासियों का श्राप लगा था. साध्वी ने कहा, ‘जिस दिन मैं जेल गई थी उसके 45 दिन के अंदर ही आतंकियों ने उसका अंत कर दिया.’
भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “एटीएस मुझे 10 अक्टूबर 2008 को सूरत से मुंबई लेकर गई थी. वहां मुझे 13 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया. पुरुष एटीएस कर्मियों ने इस दौरान मुझे खूब प्रताड़ित किया. पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11 के आतंकी हमले का शिकार हो गए.”
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