बिहार। एक तरफ देश भर में योग दिवस पर भव्य कार्यक्रम आयोजित हुए लेकिन पटना में इसका अनोखा विरोध किया गया. जनाधिकार छात्र परिषद के छात्रों ने बूट पॉलिश कर इसका विरोध दर्ज कराया. बूट पॉलिश से मिले पैसों को मुजफ्फपुर में चमकी बुखार से पीड़ित लोगों के पास भेजने की बात छात्रों ने कहीं।
पूरे देश में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस को लेकर भव्य कार्यक्रम आयोजित किए गए तो वहीं पटना में इसका अनोखा विरोध हुआ. जनाधिकार छात्र परिषद के छात्रों ने नारा दिया-योग नहीं जीवन बचाना जरूरी है. छात्रों का कहना है कि बिहार चमकी बुखार से कराह है, ऐसे में योग के नाम पर करोड़ो रुपए खर्च करने की क्या आवश्यकता है? हमारे राज्य के मासूम बच्चे जिंदगी-मौत के बीच जूझ रहे हैं और हमारी सरकारें योग के नाम पर करोड़ों रुपए बर्बाद कर रही हैं. सरकारों के विरोध में छात्रों ने बूट पॉलिश किया.
जनाधिकार छात्र परिषद पप्पू यादव की पार्टी से जुड़ी हुई है. इस परिषद के छात्रों ने बूट पॉलिश करते वक्त पीछे पप्पू यादव का एक पोस्टर भी लगाया हुआ था जिस पर लिखा था-पढ़ेगा बिहार, बढ़ेगा बिहार. जनाधिकार छात्र परिषद के मनीष यादव ने कहा कि सरकार योग के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च कर रही है जबकि किसी भी केंद्रीय नेता को मुजफ्फरपुर जाने की फुर्सत नही है. उन्होंने कहा कि चमकी बुखार मासूमों के लाइलाज बन गया है. सब तरफ अव्यवस्था है लेकिन सरकारें ध्यान नहीं दे रही हैं.
एक छात्र एक पर्चे के साथ भी खड़ा था जिसमें केंद्र सरकार के दावे लिखे हुए थे. इस पर्चे में लिखा था कि जून 2014 में कहा गया था कि मुजफ्फरपुर में 100 बेड का अस्पताल बनेगा. इस पर्चे के मुताबिक यह बयान केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन का था. उनका 2019 का भी एक बयान इस पर्चे में दर्शाया गया है. जिसके मुताबिक पांच साल भी सरकार का वादा पूरा नहीं हो सका है.
विरोध के दौरान कुछ अन्य छात्र भी पोस्टर लिए खड़े थे जिनमें लिखा था-योग से ज्यादा जीवन जरूरी है. छात्र आक्रोशित दिख रहे है. जनाधिकार छात्र परिषद ने बूट पॉलिस किया और जो धन इकट्ठा हुआ उसे मुजफ्फरपुर भेजने की बातें हुई.
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