यूनिक समय, नई दिल्ली/ मथुरा। शराब पीकर गाड़ी चलाना जुर्म है। यदि आप पुलिस वाले हैं और आप शराब पीकर गाड़ी चलाते हैं यह आपके लिए कोई जुर्म नहीं है। ना तो आपका चालान कटेगा और ना ही मेडिकल होगा। बल्कि आप का साथी पुलिस वाला किसी जगह चेकिंग कर रहा है तो वह आपको साइड से निकालकर आपकी मदद करेगा। ऐसे नजारे अक्सर देश की राजधानी दिल्ली ही नहीं बल्कि किसी भी राज्य के शहर या महानगर की सड़कों पर देखने को मिल जाते हैं। ऐसे पीयक्कड़ पुलिस वालों से गाड़ी चलाते समय आए दिन एक्सीडेंट भी कर देते हैं। तब उल्टे पुलिस उसकी मदद में उतर आती है।
ऐसा ही वाक्या मंगलवार 9 जून को दिल्ली की सड़क पर देखने को मिला। जहां दिल्ली पुलिस का एक कर्मी अपनी गाड़ी से एक्सीडेंट करके भागने की कोशिश में था तभी वहां से गुजर रहे लोगों ने उसको घेर लिया। सूचना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई। पुलिस ने उसको साइड करके भगाने की कोशिश की तो वहां खड़ी भीड़ भड़क गई। उस पुलिस वाले को कार से बाहर निकालने और मेडिकल करने के लिए दबाव बनाने लगी। ड्यूटी पर तैनात दिल्ली पुलिस का एक एसआई लोगों से कहने लगा कि आप लोग साइड में हटो हम उसका मेडिकल कराके कार्यवाही करेंगे। लेकिन पुलिस ने उस पुलिस कर्मी को गाड़ी से बाहर नहीं निकाला।
लोगों का कहना था कि यदि आम नागरिक गाड़ी चलाकर सीट वेल्ट न लगाये या बाइक पर हेल्मेट नहीं लगाये तो उसका पुलिस वाले चालान काट देते हैं तब यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले पुलिस वालों के विरूद्ध कार्यवाही करने से दिल्ली पुलिस क्यों कतराती है।
ऐसी घटनायें सिर्फ दिल्ली में ही नहीं दिखते बल्कि जयपुर, लखनऊ, भोपाल, पटना, चंडीगढ, कोलकता, मुम्बई, मद्रास आदि शहरों में खुले आम दिखाई दे जाते हैं। ऐसे घटनाओं से मथुरा व आगरा भी अछूते नहीं हैं। यहां के तिराहे चौराहे पर पुलिस कर्मी शराब पीकर हंगामा करते और गाड़ी चलाते हुए देखे जा सकते हैं। यातायात जागरूकता सप्ताह के दौरान एसपी ट्रेफिक ब्रजेश कुमार ने पुलिस लाइन के सामने चेकिंग के दौरान यातायात नियमों का पालन नहीं करने वाले पुलिस कर्मियों का चालान काटा।
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