नई दिल्ली। भारतीय टीम न्यूजीलैंड से हारकर विश्व कप से बाहर हो गई और इस हार के साथ ही टीम की उस समस्या पर भी चर्चा होने लगी, जो लंबे समय से चल रही थी. नंबर चार पर मजबूत बल्लेबाज का न होना, जिसे टीम की हार का बड़ा कारण माना जा रहा है. नंबर चार के मजबूत न होने से बिखरती टीम संभल नहीं पाई और इसका खामियाजा टीम को टूर्नामेंट से बाहर होकर चुकाना पड़ा था.
कप्तान विराट कोहली अपनी टीम की इस कमजोरी को अच्छी तरह जानते थे, इसीलिए न्यूजीलैंड के खिलाफ सेमीफाइनल में वह नंबर चार पर बल्लेबाजी करने के लिए आना चाहते थे, लेकिन टीम मैनेजमेंट उनकी बात से सहमत नहीं हो पाया और उन्हें अपने ही स्थान पर आना पड़ा.
दोनों के बीच नौ जुलाई को खेला गया सेमीफाइनल बारिश के कारण रिजर्व डे में चला गया था. अगले दिन भारत की बल्लेबाजी आई और उसके सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा. बारिश के कारण पिच में नमी बनी हुई थी, जिस कारण गेंद हरकत करने लगी और भारत ने अपने तीन अहम विकेट सिर्फ पांच रन पर ही गंवा दिए. रोहित शर्मा, केएल राहुल और विराट कोहली के बाद ऋषभ पंत और फिर हार्दिक पंड्या मैदान पर आए, लेकिन वो कुछ गेंदों का ही सामना कर पाए. हालांकि खेल शुरू होने के बाद कुछ ओवर बाद विकेट बल्लेबाजी करने लायक हो गई, लेकिन जब विकेट बल्लेबाजों के हिसाब से हुई तब तक टीम ने अपने अहम विकेट गंवा दिए थे.
हार्दिक या पंत को भेजना चाहते थे पहले
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, रोहित शर्मा और केएल राहुल जब रिजर्व डे पर भारतीय पारी का आगाज करने पहुंचे तो भारतीय कप्तान विराट कोहली नंबर तीन पर बल्लेबाजी करने के लिए ड्रेसिंग रूम के अंदर पैड पहनकर तैयार बैठे थे. तभी वह जल्दी से कोच रवि शास्त्री, सहायक कोच संजय बांगड और एमएस धोनी के पास चर्चा करने के लिए गए कि यदि वे नंबर पर चार पर बल्लेबाजी करने जाएं तो ये फैसला कैसा रहेगा.
विराट चाहते थे कि पंत या पंड्या में से कोई एक पहले जाकर कुछ ओवर बल्लेबाजी करें, जिससे विकेट की नमी और ताजापन कम किया जा सके. लेकिन रोहित का विकेट गिरने के बाद कोहली अपने पुराने स्थान पर ही आए. हालांकि बल्लेबाजी का स्थान धोनी का बदला गया और वह सातवें नंबर पर आए और उन्होंने टीम को जीत की उम्मीद भी दिखाई, लेकिन इस बार वह अपने जाने पहचाने अंदाज में मैच को फिनिश नहीं कर पाए और दुर्भाग्यपूर्ण तरीके से रन आउट हो गए.
2011 वर्ल्ड कप में कप्तान धोनी ने भी बदला था बल्लेबाजी क्रम
गौरतलब है कि मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल में कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने भी अपना बल्लेबाजी क्रम बदलते हुए पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी की थी. तीसरे विकेट के रूप में विराट कोहली के आउट होने के बाद धोनी पैड बांधे बैठे युवराज से पहले बल्लेबाजी के लिए उतरे थे और उन्होंने 79 गेंदों पर नाबाद 91 रन बनाकर टीम को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी.
Leave a Reply