आरएसएस प्रमुख ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की बैठक में दिये सकेत
विघटनकारी शक्तियां मॉब लिंचिंग की फर्जी घटनाओं को कर रही हैं प्रचारित
मथुरा। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने कहा है कि राममंदिर निर्माण पर किसी को विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। चातुर्मास समाप्त होने के बाद संघ राम मंदिर निर्माण की बात साधु-संतों के माध्यम से सरकार के समक्ष रखेगा। उन्होंने कहा कि देश में विघटनकारी शक्तियां मॉब लिंचिंग की फर्जी घटनाओं को प्रचारित कर रही हैं।
वात्सल्यग्राम में सोमवार सुबह सात बजे संघ प्रमुख मोहन भागवत ने मथुरा-वृंदावन के जिलास्तरीय दायित्व वाले पदाधिकारियों की बैठक ली। सबसे पहले एक-एक संघ पदाधिकारी से परिचय प्राप्त किया। इसके बाद ब्रज में संगठन विस्तार पर बात की। साथ ही गुरुपूर्णिमा के अवसर पर गुरुदक्षिणा के कितने कार्यक्रम आयोजित हुए, इसकी भी जानकारी ली। इसके बाद संघ प्रमुख ने पदाधिकारियों से कहा कि यदि उनके मन में कोई प्रश्न उठ रहे हों, तो पूछें। लेकिन सिर्फ इसलिए न पूछें कि मैंने कहा है। यदि वास्तव में कोई शंका हो, तभी कहें। तब एक पदाधिकारी ने पूछा कि राममंदिर निर्माण कैसे होगा? अक्सर लोग उनसे पूछते हैं, ऐसे सवाल कई बार असहजता भरे भी होते हैं।
इस पर संघ प्रमुख पहले तो हंसे। हल्के-फुल्के अंदाज में कहा कि जिस तरह ईंट पत्थर से अन्य मंदिर बनते हैं, वैसे ही राममंदिर बनेगा। संघ प्रमुख की इस बात पर बैठक का माहौल कुछ हल्का हुआ, हालांकि तुरंत ही संघ प्रमुख गंभीर हुए और कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनेगा और निश्चित बनेगा। राममंदिर के अलावा वहां कुछ नहीं बनेगा। हालांकि मंदिर निर्माण कब होगा यह नहीं कह सकते। सुप्रीम कोर्ट में यह मामला चल रहा है। सरकार भी नयी बनी है और दूसरे चातुर्मास में कोई शुभ काम नहीं होता। चातुर्मास खत्म हो जाने के बाद साधु-संतों के माध्यम से सरकार से बात की जाएगी कि वहां राममंदिर बनवाये। साधु-संतों के निर्देशन में राममंदिर निर्माण पर संघ सहायक की भूमिका में रहेगा। राममंदिर निर्माण के मुद्दे पर हमें कतई विचलित होने की आवश्यकता नहीं है।
एक अन्य पदाधिकारी ने पूछा कि मीडिया में प्रचारित हो रहीं मॉब लिंचिंग की घटनाओं की वास्तविकता क्या है। इस पर संघ प्रमुख ने कहा कि कुछ घटनाएं तो वास्तव में हुई हैं, जबकि कुछ घटनाओं को बढ़ाचढ़ाकर पेश किया गया और कुछ घटनाएं पूरी तरह फर्जी साबित हो चुकी हैं।
संघ प्रमुख ने कहा कि आज संघ के प्रयास से हिंदुत्व का प्रभाव बढ़ा है। देश में हिंदुत्ववादी शक्तियां मजबूत हुई हैं। हिंदुत्व की शक्ति के कारण जो लोग देश में रहकर षडयंत्र रचते थे और जिनका नेटवर्क विदेश तक फैला था, ऐसे लोग इस समय वर्तमान नेतृत्व के कारण अपनी योजना में सफल नहीं हो पा रहे। यही कारण है कि देश-विदेश में हिंदुत्व बदनाम हो, इसीलिए वह मॉब लिंचिंग की घटनाओं को प्रचारित कर रहे हैं। जबकि ऐसी बहुत सी घटनाएं फर्जी साबित हो चुकी हैं। बैठक के बाद संघ प्रार्थना हुई। इसके बाद संघ प्रमुख ने स्वयंसेवकों के साथ स्वल्पाहार लिया।
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