मछुआरों के अंतरराष्ट्रीय सीमा में प्रवेश करने से शुरू हुए इस मामले के बाद बीजीबी जवानों की तरफ से एके-47 राइफल से गोली चलाई गई जिसमें हेड कॉन्सटेबल के सिर पर गोली लग गई.
नई दिल्ली. पश्चिम बंगाल में भारत-बांग्लादेश सीमा पर गुरुवार को हुई ‘फ्लैग मीटिंग’ के बाद बांग्लादेश के सीमा रक्षकों ने सीमा सुरक्षा बल (BSF) की टुकड़ी पर गोलियां चला ली. इस गोलीबारी में बीएसएफ का एक जवान शहीद हो गया जबकि एक अन्य जवान घायल हो गया. अधिकारियों ने यह जानकारी दी.
पाकिस्तान की ओर से नियंत्रण रेखा पर लगातर सीजफायर का उल्लंघन किए जाने के बीच अब बांग्लादेश बॉर्डर पर भी फायरिंग की गई है.‘बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश’ (BGB) के जवानों की कार्रवाई के कारण दोनों देशों के बीच तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है. सीमा सुरक्षा बल के प्रमुख वी के जौहरी ने इस संबंध में अपने बांग्लादेशी समकक्ष मेजर जनरल शफीनुल इस्लाम से हॉटलाइन पर बात की. अधिकारियों के अनुसार बीजीबी के महानिदेशक ने घटना की पूरी जांच कराने का आश्वासन दिया है.
स्थिति न बिगड़ने के किए जा रहे प्रयास
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार दोनों बलों के बीच बहुत अच्छे संबंध रहे हैं और दशकों से उनके बीच कोई गोली नहीं चली है. अधिकारियों ने कहा कि यह घटना असामान्य है और स्थिति अधिक नहीं बिगड़े, इसके प्रयास किए जा रहे हैं. इस घटना से नयी दिल्ली स्थित उच्च सुरक्षा प्रतिष्ठान सतर्क हो गया है. सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी गृह और विदेश मंत्रालय को घटना का विवरण दे रहे हैं.
ऐसे शुरू हुआ मामला
बयान के अनुसार समस्या तब उत्पन्न हुई जब बीजीबी जवानों ने तीन भारतीय मछुआरों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के अंदर मछली पकड़ने के लिए गिरफ्तार कर लिया था. इन मछुआरों को बल द्वारा मछली पकड़ने की अनुमति दी गयी थी. इसके बाद बीजीबी ने दो मछुआरों को छोड़ दिया और उनसे कहा कि वे सीमा सुरक्षा बल को तीसरे मछुआरे के पकड़े जाने की सूचना दें. इसके बाद बीएसएफ की 117 वीं बटालियन के पोस्ट कमांडर उपनिरीक्षक छह जवानों की टीम के साथ मोटर बोट पर सवार होकर मसला सुलझाने निकले.
AK-47 राइफल से चलाई गई गोली
अधिकारियों ने कहा कि बीजीबी सैनिक ने अपनी एके-47 राइफल से गोली चलाई जो बीएसएफ के हेड कांस्टेबल विजय भान सिंह के सिर में लगी जिसके कारण तत्काल उनकी मृत्यु हो गयी.
इस हमले में कांस्टेबल राजवीर यादव हाथ में गोली लगने के कारण घायल हो गए. बीएसएफ के मृत जवान विजयभान सिंह (51) उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के चमरौली गांव के निवासी थे. सन 1990 में बीएसएफ में भर्ती होने वाले सिंह के परिवार में उनकी पत्नी और दो पुत्र हैं. बीजीबी की हिरासत में मछुआरे की पहचान शिरोचर गांव के प्रणब मंडल के रूप में की गयी है.
सीमा की सुरक्षा बढ़ाई गई
बीएसएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल पर पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया. दोनों बलों की साल में दो बार बैठक होती है और पिछली बार महानिदेशक स्तर की बातचीत इस साल जून में ढाका में पिलखाना स्थित बीजीबी मुख्यालय में हुई थी.
इस घटना के आलोक में 4,096 किमी लंबी भारत-बांग्लादेश सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी गयी है.
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