बिहार के लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता विनोद नारायण झा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उनके खिलाफ मधुबनी कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है। मामला 2005 विधानसभा चुनाव में आचार संहिता के उल्लंघन से जुड़ा है। पंडौल सरसोपाही ओपी में मामला दर्ज हुआ था। इस मामले में मधुबनी में अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी राकेश कुमार तिवारी की अदालत ने पीएचईडी मंत्री के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
हाल ही में मंत्री ने कोर्ट में बयान को कलमबंद किया था। मुकदमा में विनोद नारायण झा को सफाई साक्ष्य देनी थी। मामले में सुनवाई के लिए अभिलेख कोर्ट के समक्ष लाया गया। मंत्री की ओर से न तो सफाई साक्ष्य दी गई और ना ही कोई पैरवी की गई। बाद में कोर्ट ने इनके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी कर दिया।
साल 2019 के जनवरी महीने में विनोद नारायण झा ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को लेकर विवादास्पद बयान दिया था। उनसे टेलिविजन चैनल के एक पत्रकार ने प्रियंका गांधी के पॉलिटिक्स में एंट्री को लेकर सवाल पूछा था। इस पर उन्होंने कहा था कि प्रियंका गांधी को अभी राजनीति की कोई जानकारी नहीं है, वे ‘नौसिखुआ’ हैं। उन्होंने यह भी कहा था कि कांग्रेस गलतफहमी में है। वह समझ ले कि सुंदर चेहरे पर वोट नहीं मिलता है।
Leave a Reply