एजेंसी, वॉशिंगटनः चीन से फैली कोरोना महामारी के पेशेंट जीरो (किसी बीमारी का पहला मरीज) की तलाश जारी है। ऐसा बताया जा रहा है कि यह बीमारी चीन के वुहान शहर में स्थित सी फूड मार्केट से फैली है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, वुहान के सी फूड मार्केट में सबसे पहले वेई नाम की 57 साल की महिला कोरोना वायरस टेस्ट में पॉजिटिव आई थीं। वह महिला चीन के मार्केट में जिंदा केकड़ा और झींगा बेचा करती थी। महीनों तक चले लंबे इलाज के बाद वह इसी साल जनवरी में पूरी ठीक हुई। बताया जाता है कि अगर चीनी सरकार शुरुआत में ही इस वायरस के संक्रमण पर नजर रखती, तो यह संकट इतना बड़ा नहीं होता।
पहले लगा यह सामान्य फ्लू है
चीन के वुहान का सी फूड मार्केट इन दिनों बंद है। वेई मार्केट में सामान बेचती रहीं। पांच दिनों के बाद हालत खराब होने पर वह वुहान के ही एक बड़े अस्पताल में गईं। वेई ने कहा कि मुझे थकावट हो रही थी, लेकिन यह पिछले साल की तरह नहीं था। हर सर्दियों में मुझे फ्लू हो जाता है, इसलिए मुझे लगा कि फ्लू ही है। वुहान यूनियन हॉस्पिटल की तरफ से उन्हें कहा गया कि इसी तरह के लक्षण वाले कई लोग वुहान के सी फूड मार्केट से उनके पास आ रहे हैं।
अमेरिकी अखबार द वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, महिला की पहचान वेई गुइजियान के रूप में सामने आई है और 10 दिसंबर को वह वुहान के बाजार में झींगे औक केकड़े बेच रही थी, तभी सर्दी-जुकाम की शिकायत आई। वेई को लगा था कि उन्हें सीजनल फ्लू है और वह एक छोटे से क्लिनिक में गईं। उन्हें इंजेक्शन लगाया गया, लेकिन राहत नहीं मिली।
चमगादड़ों से चीन की तौबा, आयात किया पोर्क• पेइचिंगः दावा है कि चीन से निकला कोरोना पैंगोलिन से चमगादड़ के जरिए इंसानों में आया। जंगली जानवरों को खाने से हुए नुकसान से सीख लेते हुए अब चीन ने चमगादड़ों से तौबा कर लिया है और कनाडा से 100 टन पोर्क मंगाया है।
शंघाई के यंगशान बंदरगाह पर 100 टन पोर्क को उतारा गया। यहां से इसे वुहान भेजा जाएगा। पोर्क की सप्लाई करके वुहान के जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिश की जाएगी। बता दें कि वुहान ही वह जगह है, जहां से कोरोना का पहला मामला आया। यहीं से वायरस पूरी दुनिया में फैला। कोरोना के मद्देनजर चीन ने देश में जिंदा जानवरों की बिक्री पर रोक भले ही लगा दी हो, लेकिन ऑनलाइन इसकी खरीदारी कर रहे हैं।
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