NewDelhi: बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अभियान चरम पर है. सभी दलों ने जनता के समक्ष वादों का पिटारा खोल दिया है. जनता किसकी झोली भरेगी, यह देखना दिलचस्प होगा. इसी बीच टाइम्स नाउ और सी-वोटर सर्वे के नतीजे ने बिहार में एनडीए की धड़कनें बढ़ा दी है.
लोक जनशक्ति पार्टी को 5.2 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं
सर्वे के अनुसार एनडीए की झोली में कुल मिलाकर 34.4 प्रतिशत वोट आ सकते हैं. राजद की अगुवाई वाला महागठबंधन उसे कड़ी टक्कर दे रहा है. उसे 31.8 प्रतिशत वोट मिलने की बात सर्वे में सामने आयी है. यानी लगभग ढाई प्रतिशत का मामूली अंतर है.
बिहार चुनाव: भाजपा ने भारत को तोड़ने की कोशिश की है?, किया वैक्सीन का वादा
चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी को 5.2 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं. जो एनडीए से अलग हो चुनाव लड़ी रही है. अन्य के खाते में 4.5 प्रतिशत वोट जा रहे हैं. इसी क्रम में बता दें कि लगभग एक चौथाई लोगों ने अभी मन नहीं बनाया है कि वे किसे वोट देना चाहते हैं.
राजनीतिक विश्लेषक इसे एनडीए के लिए खतरे का संकेत मान रहे हैं. साथ ही सर्वे की माने तो जितने लोग पीएम मोदी से संतुष्ट हैं, उससे बहुत कम लोग सीएम नीतीश से संतुष्ट हैं.
एक चौथाई वोटर तय नहीं कर पाये हैं कि किसे वोट दें
जान लें कि एनडीए में भाजपा, जदय, जीतन राम मांझी की हम, मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं. महागठबंधन में राजद, कांग्रेस, सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई-एमएल शामिल हैं. खास बात यह है कि 24.1 प्रतिशत यानी तकरीब एक चौथाई वोटर अभी तय नहीं कर पाये हैं कि चुनाव में किसे वोट दें. यह एक बहुत बड़ा आंकड़ा है.
इन अनडिसाइडेड वोटरों का झुकाव जिधर ज्यादा होगा, चुनाव के नतीजे उस के पक्ष में जा सकते हैं. महागठबंधन की नजर इसी वोटों पर है. अगर महागठबंधन जोर लगाये तो वह करीब ढाई प्रतिशत वोट के अंतर को न सिर्फ पाट सकता है, बल्कि बडी बढ़त बना कर बिहार की सत्ता हासिल कर सकता है. उधर एनडीए भी अनडिसाइडेड वोटरों को अपने पक्ष में मोड़ने की जुगत में है.
पीएम के काम से 75 प्रतिशत, सीएम से 59 प्रतिशत लोग संतुष्ट
टाइम्स नाउ-सी वोटर बिहार पोल ट्रैकर के नतीजों को देखें तो राज्य में करीब तीन चौथाई लोग प्रधानमंत्री मोदी के कामकाज से कहीं न कहीं संतुष्ट हैं. दूसरी तरफ सीएम नीतीश के परफॉर्मेंस से करीब 59 प्रतिशत लोग ही संतुष्ट हैं।.
24.29 प्रतिशत लोग पूरी तरह असंतुष्ट हैं पीएम मोदी के काम से
प्रधानमंत्री मोदी के परफॉर्मेंस से 47.06 प्रतिशत लोग बहुत संतुष्ट, 28.45 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट और 24.29 प्रतिशत बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. बात अगर मोदी सरकार के परफॉर्मेंस की करें तो 42.91 प्रतिशत बहुत संतुष्ट, 30 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट और 26.47 प्रतिशत लोग बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं.
नीतीश के कामकाज से 40.42 प्रतिशत लोग पूरी तरह नाराज
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के परफॉर्मेंस पर नजर डालें तो 27.43 प्रतिशत लोग उनके परफॉर्मेंस से बहुत संतुष्ट, 31.54 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट और 40.42 प्रतिशत लोग बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं. अगर उनके सरकार के परफॉर्मेंस की बात करें तो 28.77 प्रतिशत बहुत संतुष्ट, 29.2 प्रतिशत कुछ हद तक संतुष्ट और 41.22 प्रतिशत बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हैं.
Leave a Reply