
नई दिल्ली। लार्सन एंड टुब्रो ने टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग और कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में बेमिसाल परचम लहराया है. लार्सन एंड टुब्रो ने देश में 3डी प्रिंटिंग तकनीक का सफल परीक्षण करते हुए पहला मकान बनाया है। ये मकान 700 वर्गफीट में फैला हुआ और दो मंजिला है। आपको बता दें निर्माण क्षेत्र में 3डी प्रिंटिंग तकनीक के विकास से काफी फायदा होगा।
क्योंकि सरकार 2022 तक पूरे देश में सभी को घर देने के लिए 6 करोड़ मकान बना रही है। जिससे इस योजना को समय पर पूरा किया जा सकेगा. वहीं इस तकनीक से इन मकानों के निर्माण की लागत भी कम आएगी. आइए जानते है लार्सन एंड टुब्रो ने 3डी प्रिंटिंग तकनीक से किस तरह से पहली इमारत बनाई।
फुली ऑटोमैटेड 3डी प्रिंटर ने तैयार किया मकान- लार्सन एंड टुब्रो के अधिकारियों ने बताया कि, इस उपलब्धि से बड़े पैमाने पर मकान बनाने की योजना को गति मिलेगी। वहीं उन्होंने बताया कि कंपनी ने अपनी कांचीपुरम फसिलिटी में 3डी प्रिंटिंग तकनीक का इस्तेमाल करके दो मंजिला मकान बनाया है. लार्सन एंड टुब्रो के अनुसार इस मकान को बनाने में खास किस्म के कंक्रीट मिक्सचर का इस्तेमाल किया है. जिसे कंपनी ने रेगुल कंस्ट्रक्शन मैटीरियल से ही विकसित किया है।
वहीं उन्होंने बताया की मकान में केवल हॉरिजेंटल स्लैब्स को छोड़कर पूरी बिल्डिंग 3डी प्रिंटिंग तकनीक से बनाई गई है. जिसके लिए कंपनी ने फुली ऑटोमैटेड 3डी प्रिंटर का इस्तेमाल किया था।
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