वाशिंगटन। अमेरिका में 3 नवंबर को राष्ट्रपति चुनाव के बाद से हिंसा की आशंका थी और यही हुआ. 3 नवंबर को ही यह तय हो गया था कि जो बाइडन दुनिया के सबसे ताकतवर देश के अगले राष्ट्रपति होंगे, लेकिन जिद्दी डोनाल्ड ट्रंप को ये मंजूर नहीं है, वो हार मानने को तैयार नहीं दिख रहे. ट्रंप चुनावी धांधली के आरोप लगाकर जनमत को नकारते रहे।
इस बीच वाशिंगटन डीसी स्थित कैपिटल हिल पर ट्रंप के समर्थक हिंसक हो गए। उन्होंने संसद में तोड़फोड़ और हिंसा की. इस दौरान पुलिस के साथ झड़प में गोली भी चली. गोली लगने से एक महिला समेत कम से कम चार लोगों की मौत हो गई है। पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक भी बरामद किया है. मिलिट्री की स्पेशल यूनिट ने प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा. अब तक 52 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है. फिलहाल वॉशिंगटन डीसी में गुरुवार शाम 6 बजे तक कर्फ्यू है।
बता दें कि अमेरिकी चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडन को 306 और ट्रंप को 232 वोट मिले. नतीजे साफ होने के बावजूद ट्रंप ने हार नहीं कबूली। उनका आरोप है कि वोटिंग के दौरान और फिर काउंटिंग में बड़े पैमाने पर धांधली हुई. इसके कारण कई राज्यों में केस दर्ज कराए. ज्यादातर में ट्रंप समर्थकों की अपील खारिज हो गई. दो मामलों में सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी याचिकाएं खारिज कर दीं।
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