
संवाददाता
यूनिक समय, वृंदावन। परिक्रमा मार्ग पर मोक्ष धाम बनकर तैयार हो गया। अब उसे शायद उद्घाटन की तारीख का इंतजार है। इसलिए तो इस मोक्षधाम पर अंतिम संस्कार की इजाजत नहीं मिली है। मोक्षधाम देखकर ऐसा लग रहा है कि वह लोगों को चिढ़ा रहा है। वजह है कोरोना संक्रमण काल में इस मोक्षधाम के पास ही विभिन्न रोगों से मरने वाले लोगों के अंतिम संस्कार यमुना किनारे किए जा रहे हैं। भगवान भास्कर के तल्ख तेवरों से लोग अंतिम संस्कार में भाग लेने के लिए आने वाले परेशान हो उठते है। चिलचिलाती धूप में बैठने की जगह तक नहीं है। वह धूप में खड़े-खडे़ ही प्रक्रिया पूरी कराते है।
नगर उधोग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के महामंत्री सुधीर शुक्ला ने उत्तर प्रदेश बृज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्रा को पत्र भेजकर शमशान घाट पर बनाए मोक्षधाम को जल्द प्रारंभ कराने की मांग की है। कहा कि वर्तमान परिस्थितियों में मोक्ष धाम का शुरु होना लाजिमी हैै।ब्राह्मण महासभा के संस्थापक सुरेशचंद्र शर्मा ने कहा कि मोक्ष धाम का कार्य पूर्ण होने पर उसे आमजन के लिए नहीं खोलना चिंता का विषय है। कोविड संक्रमण के चलते प्रतिदिन लोगों की मृत्यु हो रही है।
कच्चे श्मशान घाट पर गंदगी का जमावड़ा है। कीचड़ की बदबू, कड़ी धूप और तमाम अव्यवस्थाओं के मध्य लोग अपने प्रियजनों का अंतिम संस्कार कर रहे हैं। कभी-कभी तो कई चिताएं जलती है तो लोगों के सामने धूप में खड़े होने में दिक्कत होती है।
Leave a Reply