
नई दिल्ली। आलू दुनिया में सबसे अधिक उगाई जाने वाली और लोकप्रिय सब्जियों में से एक है। सीरिया और मिस्र समेत खाड़ी देशों में आलू हर जगह खाया जाता है। यह अपने कई पोषक तत्वों के कारण भी महत्वपूर्ण है, लेकिन स्वास्थ्य विशेषज्ञ आलू के खतरों से भी आगाह करते हैं। आलू में भूख मिटाने का गुण होता है। आलू मानव शरीर की जरूरतों को पूरा करता है। हालांकि हृदय रोग और मोटापे सहित अन्य बीमारियों में आलू की भूमिका पर कुछ असहमति है। वहीं वैज्ञानिकों के मुताबिक यह आलू पकाने के तरीके पर निर्भर करता है। इसे पकाने का तरीका इसमें कैलोरी जोड़ता है। तले हुए आलू में कैलोरी ज्यादा होती है, जबकि भुने हुए आलू खाने में ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
भुने हुए आलू के फायदे
उर्दू न्यूज की एक रिपोर्ट के मुताबिक आलू को भूनने के लिए गैस का इस्तेमाल किया जाता है। चाहे वह पारंपरिक गैस या इलेक्ट्रिक ओवन में भूना गया हो। इस विधि में कोई तेल या ऐसी चीज का उपयोग नहीं किया जाता, जिससे आलू में कैलोरी बढ़ जाए। इसलिए भुने हुए आलू सेहत के लिए सबसे अच्छे होते हैं। आलू में वनस्पति स्टार्च होता है। यह पोषक तत्वों से भी भरपूर होता है।
प्रोटीन: आलू में बहुत सारा प्रोटीन होता है, जो अच्छी गुणवत्ता वाले अमीनो एसिड से भरपूर होता है।
खनिज: आलू में सोडियम और पोटेशियम का संतुलित अनुपात होता है। इसमें केले से ज्यादा पोटैशियम भी होता है।
फाइबर: भुने हुए आलू में फाइबर आंतों के स्वास्थ्य के लिए अच्छा है।
कैल्शियम: आलू के छिलके में मिनरल और कैल्शियम भी होता है।
कम कार्बोहाइड्रेट: कम कार्बोहाइड्रेट और वसा रहित पोषक तत्व प्राप्त करने के लिए पूरी दुनिया में आलू का उपयोग किया जाता है।
स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक
आलू रक्त शर्करा के स्तर को बहुत तेजी से बढ़ाता है. इसलिए मधुमेह रोगियों के लिए आलू खाना ठीक नहीं है। इनसे बचना सबसे अच्छा है। विशेषज्ञ फ्रेंच फ्राइज़ न खाने की सलाह देते हैं, क्योंकि कड़ाही में तलने के बाद उन्हें वसा वाले तत्वों से बचाना मुश्किल होता है. हालांकि आलू को उबालकर या तला हुआ खाया जा सकता है।
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