गाजियाबाद: बिल्डर विक्रम त्यागी का कोई सुराग नहीं लगा, 700 सीसीटीवी खंगालने और 600 अपराधियों से पूछताछ की

गाजियाबाद। दिल्‍ली से सटे यूपी के गाजियाबाद के रहने वाले बिल्‍डर विक्रम त्यागी करीब 15 महीनों से गायब हैं, लेकिन अब तक पुलिस उनका कोई सुराग नहीं लगा सकी है। हैरानी की बात यह है कि इस दौरान तीन जिलों में तीन एसपी, तीन एसएसपी और जांच अधिकारी बदल गए, लेकिन उनकी पत्‍नी का इंतजार खत्‍म होने का नाम नहीं ले रहा है। जबकि त्‍यागी ने अपनी पत्‍नी से फोन पर कहा था कि वो पांच मिनट में घर पहुंच रहे हैं। यह घटना पिछले साल 26 जून को घटी थी. इस मामले में पुलिस ने त्‍यागी की सूचना देने वाले के लिए भी 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर रखा है।

बता दें कि विक्रम त्यागी गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में अपनी पत्नी, 12 साल के बेटे और 8 साल की बेटी के साथ रहते थे। वह अपने चाचा की राजेश्वर बिल्डर्स कंपनी में काम करते थे, जो कि यूपी में कई प्रोजेक्‍ट कर चुकी है। वहीं, उन्‍होंने पिछले साल 26 जून को अपनी पत्‍नी निधी को शाम 7.45 बजे फोन कर कहा था कि वह सोसायटी के गेट से बस 100 मीटर की दूरी पर हैं और पांच मिनट में घर पहुंच जाएंगे, लेकिन जब वह आधी रात तक नहीं लौटते, तो परिवार ने पुलिस को सूचना दी और फिर पुलिस ने आस-पास के जिलों में भी मैसेज दिया था।

एक मौका आया था, लेकिन…
पुलिस की सूचना के बाद मुजफ्फरनगर के खतौली इलाके में 26 जून 2020 की रात एक बजे एक पुलिस चेकपोस्ट पर त्यागी की इनोवा कार मिली थी। इस दौरान गाड़ी में बैठे 2 लोगों ने खुद को दिल्ली पुलिस का जवान बताया, लेकिन जब चेकपोस्ट पुलिस ने उनसे गाड़ी की पिछली सीट पर लगे खून के धब्बे के बारे में पूछा, तो वे बैरिकेड तोड़कर भाग निकले. हालांकि पुलिस ने उनका 15 किलोमीटर तक पीछा किया, लेकिन वह पकड़ नहीं सकी। इसके दो दिन बाद त्‍यागी की कार चेकपोस्ट से 40 किलोमीटर दूर तितावी में लावारिस हालत में मिली थी. यही नहीं, इस मामले की जांच के लिए एसएसपी कलानिधि नैथानी ने पुलिस की 8 टीमों का गठन किया था. पुलिस ने गाजियाबाद, हापुड़, मेरठ और मुजफ्फरनगर में करीब 700 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, लेकिन कोई सुराग उसके हाथ नहीं लगा।

फिलहाल इस मामले की जांच नोएडा एसटीएफ कर रही है और गाजियाबाद पुलिस को भी जांच जारी रखने का आदेश दिया गया है। जबकि पुलिस अब तक अलग-अलग जेलों में बंद 600 संदिग्ध अपराधियों से पूछताछ कर चुकी है। इसके अलावा कार में मिले खून के धब्बों को आसपास के इलाके में मिले 300 क्षत-विक्षत शवों के साथ मैच भी कराया जा चुका है, लेकिन उसके हाथ अब तक खाली हैं। वहीं, अब विक्रम त्यागी के परिजनों ने सीएम योगी से मुलाकात की कवायद तेज कर दी है, ताकि इस मामले का जल्‍दी खुलासा हो सके।

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