शिक्षा संवाददाता
मथुरा। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की घोषणा के बाद जीएलए विश्वविद्यालय ने भी दो सगी बेटियों के प्रवेश पर एक बेटी को निशुल्क शिक्षा देने का निर्णय लिया है। विश्वविद्यालय के इस निर्णय का चहुंओर स्वागत किया जा रहा है।
जीएलए विश्वविद्यालय के कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल ने यूपी सरकार के इस निर्णय को सराहनीय कदम करार दिया। कहा कि जीएलए विवि में भी तत्काल नियम लागू कर दिया है।
अब जीएलए विश्वविद्यालय में सत्र 2021-22 से दो सगी बेटियों के किसी भी एक या अलग-अलग पाठ्यक्रम में प्रवेश लेने पर एक बहन का सम्पूर्ण शिक्षण शुल्क पूरे पाठ्यक्रम हेतु माफ किया जायेगा। उन्होंने कहा कि जीएलए हमेशा से ही बेटियों को वरीयता देते हुए आया है। आज भी संस्थान में हजारों छात्राएं अध्ययनरत हैं। छात्राओं के लिए विश्वविद्यालय में अलग से छात्रावास की सुविधा है। पढ़ाई के साथ नए अनुसंधान हेतु न्यूजेन आइईडीसी एवं स्टार्टअप इन्क्यूबेटर केन्द्र स्थापित है। जहां विद्यार्थियों को विभिन्न प्रोजेक्टों पर कार्य करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
साथ ही इन केन्द्रों के माध्यम से रिसर्च करने के लिए मदद भी दी जाती है। जो भी दो बेटियां विश्वविद्यालय में प्रवेश लेना चाहती हैं, उनके लिए आसान प्रक्रिया है। कुलाधिपति ने कहा कि प्रदेश के अनेक जिलों में विश्वविद्यालय ने प्रवेश आॅफिस खोल रखे हैं। इसके साथ ही जीएलए विवि के पोर्टल पर विजिट कर प्रवेश प्रक्रिया अपना सकते हैं।
जीएलए विवि में इस नियम के लागू होने पर उत्तर प्रदेश के सभी जिले की बेटियों और अभिभावकों में खुशी की लहर दौड़ गयी है। अभिभावक अपनी बेटियों के प्रवेश के लिए विजिट कर रहे हैं और शिक्षा व्यवस्था से खुश होकर अपनी बेटियों को प्रवेश दिला रहे हैं। इस घोषणा के बाद से बेटियों के प्रवेश में इजाफा देखने को मिला है।
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