मुंबई। शुक्रवार को बॉलीवुड के वर्सेटाइल एक्टर इरफान का आज 55वां बर्थडे है। 7 जनवरी, 1967 को राजस्थान के टोंक में पैदा हुए इरफान खान का 29 अप्रैल, 2020 को मुंबई के एक अस्पाताल में निधन हो गया था। इरफान लंबे समय से न्यूरोएंडोक्राइन कैंसर से जूझ रहे थे। इरफान की फैमिली में उनकी पत्नी सुतापा सिकदर के अलावा दो बेटे बाबिल और अयान हैं। हालांकि इरफान खान अपने जीते जी बीवी-बच्चों के लिए करोड़ों की प्रॉपर्टी छोड़ गए थे। फीस के अलावा प्रॉफिट शेयर भी लेते थे इरफान..
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इरफान खान पत्नी सुतापा और दोनों बच्चों के लिए करीब 320 करोड़ की प्रॉपर्टी छोड़ गए हैं। इरफान एक फिल्म के लिए करीब 15 करोड़ रुपए चार्ज करते थे। इतना ही नहीं, इरफान फीस के अलावा प्रॉफिट शेयर भी लेते थे। यानी फिल्ममेकर के साथ फिल्म की कमाई को लेकर वो पहले ही बात कर लिया करते थे।
इसके साथ ही इरफान खान कई विज्ञापनों के जरिए भी मोटी कमाई करते थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इरफान एक विज्ञापन के लिए करीब 5 करोड़ रुपए चार्ज करते थे। उन्होंने सिस्का एलईडी जैसी बड़ी कंपनियों के विज्ञापन भी किए थे।
इरफान खान का मुंबई में एक आलीशान घर है। साथ ही यहां के पॉश इलाके जुहू में उनके पास एक फ्लैट भी है। कम ही लोग जानते होंगे कि इरफान खान का नाम सबसे ज्यादा इनकम टैक्स देने वाले एक्टर्स में शामिल था।
इसके अलावा इरफान खान ने करीब 110 करोड़ रुपए का पर्सनल इन्वेस्टमेंट भी कर रखा था। इरफान टोयोटा सेलिका, बीएमडब्ल्यू, मसराटी क्वाट्रोपोर्टे और ऑडी जैसी लग्जरी कारों के भी मालिक थे, जिनकी कीमत 5 करोड़ के आसपास है।
बता दें कि इरफान को 2018 में पता चला था कि वो न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर से पीड़ित हैं। इस बीमारी के इलाज के लिए इरफान खान लंदन गए थे। इसके बाद वो अप्रैल, 2019 में इलाज कराकर भारत लौटे थे।
भारत लौटने के बाद इरफान ने बॉलीवुड में वापसी की और ‘अंग्रेजी मीडियम’ की शूटिंग शुरू की। उनकी यह फिल्म 13 मार्च को रिलीज हुई थी, जिसमें करीना कपूर और राधिका मदान ने भी काम किया है। इसी फिल्म के प्रमोशन के दौरान उन्होंने अपना आखिरी इंटरव्यू दिया था, जिसमें पत्नी और बच्चों को लेकर बात की थी।
इस इंटरव्यू के दौरान इरफान खान ने कहा था कि उनकी पत्नी उनके लिए सातों दिन और 24 घंटे खड़ी रही है। ऐसे में अब मेरी ख्वाहिश है कि मैं उसके लिए दोबारा से जीना चाहता हूं। इरफान ने आगे कहा था कि उनके लिए ये दौर रोलर-कोस्टर राइड जैसा रहा है, जिसमें वो थोड़े रोए ओर ज्यादा हंसे।
इंटरव्यू में इरफान ने कहा था- बीमारी के दौरान वो भयंकर बेचैनी से गुजरे, लेकिन कहीं ना कहीं उन्होंने उसे कंट्रोल किया। मुझे लग रहा था कि मानो मैं लगातार अपने साथ हॉपस्कॉच खेल रहा हूं। मैंने इस वक्त को अपनों के लिए जिया है। मेरे लिए सबसे अच्छी बात ये है कि मैंने अपने दोनों बेटों के साथ बहुत वक्त बिताया। उनको बड़ा होते देखा। टीनएज के लिए ये बहुत ही अहम वक्त होता है।
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