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बिजनेस न्यूज । सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने एक बार फिर दोहराया है कि 8 सीटर कारों में 6 एयरबैग देना अनिवार्य होगा। एक प्रेस ब्रीफिंग में नितिन गडकरी ने वर्धा में एक सड़क हादसे में मारे गए 7 मेडीकल छात्रों का जिक्र करते हुए कहा कि भारत में अभी भी एक्सीडेंट के प्रति जागरुकता की कमी है। नितिन गडकरी ने कहा कि एक्सीडेंट रोकने सरकार हर दिशा में प्रयास करेगी, इसके लिए सड़कों बेहतर करना, गाड़ियों को टेक्नीकली एडवांस करना, शिक्षा में हादसों के प्रति सावधानियां बरतने के साथ ही एक्सीडेंट हो जाने पर तेजी से सहायता उपलब्ध कराना जैसे उपाय शामिल होंगे।
Press conference on ‘Automobile Safety Ecosystem in India’ https://t.co/i8HDJwHr9M
— Nitin Gadkari (@nitin_gadkari) February 10, 2022
इससे पहले मंत्रालय ने कहा था कि इस साल अक्टूबर से कार निर्माताओं के लिए मोटर वाहनों में कम से कम 8 सीटर वाहन में 6 एयरबैग देना अनिवार्य होगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि दुर्घटनाओं के खिलाफ यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाने के लिए, केंद्रीय मोटर वाहन नियम1989 (Central Motor Vehicles Rules (CMVR), 1989 में संशोधन करके एयरबैग जैसी सुविधाओं को बढ़ाने का निर्णय लिया गया है।
14 जनवरी, 2022 को एक notification जारी करके कहा गया है कि 1 अक्टूबर, 2022 के बाद निर्मित M1,कैटेगिरी के वाहनों को दो साइड/साइड टोरसो एयर बैग्स (torso air bags) देना कंपलसरी किया जायेगा। एक-एक उन व्यक्तियों के लिए जो आउटबोर्ड सीटिंग पोजीशन (outboard seating positions) पर बैठे हैं। वहीं दो साइड कर्टेन / ट्यूब एयर बैग, आउटबोर्ड बैठने वाले व्यक्तियों की सुरक्षा के लिए रखने होंगे।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए कहा कि मैंने 8 यात्रियों को ले जाने वाले मोटर वाहनों में कम से कम 6 एयरबैग अनिवार्य करने के लिए एक ड्राफ्ट जीएसआर नोटिफिकेशन को मंजूरी दे दी है। मंत्रालय ने पहले ही 01 जुलाई 2019 से ड्राइवर एयरबैग और फ्रंट को-पैसेंजर एयरबैग को 01 जनवरी 2022 से फिट करना अनिवार्य कर दिया था।
आगे और पीछे दोनों कम्पार्टमेंट में बैठे लोगों के लिए फ्रंटल और लेटरल टक्करों के प्रभाव को कम करने के लिए, यह निर्णय लिया गया है कि M1 वाहन श्रेणी में 4 अतिरिक्त एयरबैग अनिवार्य किए जाएं, यानी दो साइड/साइड टोरसो एयरबैग और दो साइड कर्टेन/ट्यूब एयरबैग सभी आउटबोर्ड यात्रियों को कवर करना। भारत में मोटर वाहनों को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाने के लिए यह एक महत्वपूर्ण कदम है। यह अंततः सभी खंडों में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करेगा, चाहे वाहन की लागत/वेरिएंट कुछ भी हो।
केंद्रीय मंत्री ने साफ कर दिया है कि एयरबैग की व्यवस्था सभी ब्रांड की कारों में मौजूद होंगे। कोई भी कंपनी कार की कीमत, वेरिएंट या सेगमेंट के आधार पर इसमें कटौती नहीं कर सकती है। इसका मतलब है कि फॉर्च्यूनर गाड़ी में 6 एयरबैग होंगे तो वहीं फैमिली कार कही जाने वाली मारूति की 8 सीटर कारों में भी इतने ही एयरबैग लगाने होंगे। इससे दुर्घटना होने पर लोगों को बड़ी चोट नहीं लगेगी और उनकी जान का खतरा कम होगा।
मौजूदा समय में महंगी गाड़ियों में ही एयरबैग्स की व्यवस्था है। नॉर्मल और सस्ती कारों में इस तरह की व्यवस्था नहीं होती है। कंपनियों का तर्क है कि बजट कारों में एयरबैग लगाने से कारों की कीमत में इजाफा हो सकता है। जिससे उनकी बिक्री पर असर पड़ सकता है। वहीं लग्जरी गाड़ियों में कीमत बढ़ने पर खास असर नहीं पड़ता और लोग खुलकर पैसा चुकाते हैं।
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