
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को आक्रामक तरीके से प्रमोट करने और कश्मीरी पंडितों के दर्द को हथियार बनाने का सरकार का कदम उसके गलत इरादों को स्पष्ट करता है। पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा- जिस तरह से भारत सरकार आक्रामक रूप से कश्मीर फाइल्स को बढ़ावा दे रही है और कश्मीरी पंडितों के दर्द को हथियार बना रही है, उससे उनकी मंशा स्पष्ट होती है। महबूबा मुफ्ती ने सरकार पर दो समुदायों के बीच अनुकूल माहौल न बनाने का भी आरोप लगाया। महबूबा मुफ्ती ने कहा- पुराने घावों को भरने और दो समुदायों के बीच अनुकूल माहौल बनाने के बजाय, वे जानबूझकर उन्हें अलग कर रहे हैं।
विवेक अग्निहोत्री के निर्देशन में बनी फिल्म, द कश्मीर फाइल्स, 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और पलायन के इर्द-गिर्द बुनी गई है। फिल्म में कश्मीरी पंडितों के साथ की गई क्रूरता को पर्दे पर बेहद संजीदगी से उतारा गया है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे कश्मीर में जिहाद के नाम पर कश्मीरी पंडितों को मार दिया गया, सताया गया और उन्हें रात भर में घर छोड़ने के लिए मजबूर किया गया। फिल्म की रिलीज के बाद इसके निर्माता ने और कलाकारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी, जिसका फोटो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था। पीएम मोदी ने फिल्म की तारीफ भी की थी। इसके बाद फिल्म काे मध्यप्रदेश, गोवा, त्रिपुरा, हरियाणा, गुजरात, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में टैक्स फ्री कर दिया गया है। कई नेताओं ने द कश्मीर फाइल्स देखने के लिए फ्री टिकट भी ऑफर किए हैं।
द कश्मीर फाइल्स देखने के लिए छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज विधानसभा के सभी विधायकों को आमंत्रित किया है। इसके लिए मैग्नेटो मॉल के PVR में आज रात 8 बजे एक पूरा हॉल बुक किया गया है। गौरतलब है कि कल छत्तीसगढ़ के भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने आरोप लगाया था कि छत्तीसगढ़ के तीन थियेटरों में यह फिल्म चल रही है, लेकिन थियेटर मालिकों को धमकाया जा रहा है। उनसे फिल्म हटाने को कहा जा रहा है। भाजपा विधायक ने कहा कि क्या छत्तीसगढ़ सरकार क्या है, देशद्रोही या फिर राष्ट्र समर्थक है। उन्होंने कहा कि लोग इतिहास बताने वाली यह फिल्म नहीं देखें, इसलिए ऐसा किया जा रहा है। उधर, कांग्रेस नेता सुशील आनंद शुक्ला ने भाजपा विधायक बृजमोहन अग्रवाल पर झूठ बोलने का आरोप लगाया। कहा कि हमारी सरकार द्वारा फिल्म पर किसी भी तरह की कोई पाबंदी नहीं लगाई गई है। फिल्म सिनेमाघरों में चल रही है और लोग इसे अपनी मर्जी से देखने के लिए स्वतंत्र हैं। कांग्रेस ने कहा कि वास्तव में, हम चाहते हैं कि लोग फिल्म देखें और समझें कि देश में यह स्थिति तब पैदा हुई जब वीपी सिंह प्रधानमंत्री थे और भाजपा उनके समर्थन में थी।
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