केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कश्मीरी युवकों के लिए एक खास प्लान तैयार किया है। कहा जा रहा है कि यह प्लान कश्मीर के उन युवकों की तकदीर बदल कर रख देगा, जो बेरोजगारी की वजह से या गुमराह होकर दूसरे रास्ते पर चले गए हैं। शाह ने जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक और दूसरे अधिकारियों के साथ हुई बैठक में साफ कर दिया है कि यहां के युवाओं को तरक्की की राह पर ले जाने के लिए केंद्र सरकार खुले मन से आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। सैन्य बलों पर पत्थराव करने वाले या आतंक के रास्ते पर जा रहे युवाओं को किस तरह से दोबारा राष्ट्र की मुख्य धारा में लाया जाए, इसके लिए भी एक प्रभावी योजना बनेगी।
गृहमंत्री अमित शाह ने अपनी कश्मीर यात्रा के दौरान दूसरे मुद्दों पर चर्चा करने के साथ ही युवाओं पर खास ध्यान दिया है। चूंकि घाटी में अधिकांश युवा किसी वजह से राष्ट्र की मुख्य धारा से दूर चले गए हैं। जम्मू-कश्मीर में शांति कायम करने के प्रयासों को नुकसान पहुंचाने वाले कुछ लोगों के बहकावे में आकर वहां का युवा गलत राह पर जा रहा है। इस मामले में अलगाववादी हों, हुर्रियत या फिर कथित स्थानीय राजनेताओं और सीमा पार के आतंकी संगठनों के सहयोग से घाटी में चल रहे कई एनजीओ संचालक जांच एजेंसियों के रडार पर हैं।
सेना, अर्धसैनिक बल, जम्मू-कश्मीर पुलिस और एनआईए जैसी जांच एजेंसियों के पास इस बात के पुख्ता प्रमाण हैं कि उक्त संगठन कश्मीर के युवाओं को गलत राह पर ले जा रहे हैं। सुरक्षा बलों पर पत्थराव करना या हैंड ग्रेनेड फेंकना, ये सब बातें युवाओं के गुमराह होने की वजह से सामने आ रही हैं। इसका एक दूसरा कारण कश्मीर में बड़े पैमाने पर बेरोजगारी का होना भी है। इसके चलते स्थानीय युवा आसानी से आतंकियों के बहकावे में आ जाते हैं।
अमित शाह के इस प्लान से सुधरेगी घाटी के युवाओं की हालत
- प्रधानमंत्री के विकास पैकेज में युवाओं के लिए अलग से योजना बनेगी
- युवाओं को फायदा पहुंचाने वाली योजनाओं में भ्रष्टाचार और लीकेज जैसी बुराई को जड़ से खत्म किया जाएगा
- घाटी में डेयरी और पशु पालन व्यवसाय को अंतरराष्ट्रीय मापदंडों के अनुसार विकसित करेंगे
- अमूल और मदर डेयरी जैसी बड़ी संस्थाओं के साथ यहां के युवाओं को जोड़ा जाएगा
- पोल्ट्री व्यवसाय में अत्याधुनिक तरीकों का इस्तेमाल और उद्यमियों के द्वार पर बाजार उपलब्ध कराएंगे
- साथ ही हथकरघा उद्योग को बढ़ावा देने के लिए भी राज्य स्तर पर कई योजनाएं शुरू होंगी। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जम्मू-कश्मीर की यह कला पहुंचे, इसके लिए भी अलग से योजना बनेगी
- इन सभी योजनाओं में युवाओं की भागेदारी को सुनिश्चित करने के लिए बैंक लोन और विशेष आर्थिक पैकेज भी दिया जाएगा
- घाटी में एमबीबीएस, इंजीनियरिंग या एमबीए जैसे प्रोफेशनल कोर्स करने वाले वे युवा जो किन्हीं कारणों से खुद को संतुष्ट नहीं पा रहे हैं, राज्य सरकार अब उनकी सुध लेगी। राज्य सरकार ऐसे युवाओं को बेहतर जीवन जीने और संतोषजनक रोजगार मुहैया कराने का इंतजाम करेगी।
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