नई दिल्ली। हर अपराधी के पीछे की एक कहानी होती है. लेकिन दुनिया के सामने उसका एक ही चेहरा होता है. विगत दिवस पुलिस एनकाउंटर में मारे गए अनिल दुजाना का भी कुछ ऐसा ही किस्सा है. अनिल दुजाना किसी जमाने में गांव का ही नहीं बल्कि क्षेत्र का कबड्डी चैंपियन हुआ करता था. लेकिन देखते ही देखते जुर्म की दुनिया का बादशाह बन गया. कुछ लोगों के सामने ये सिर्फ सपना जैसा है. गांव के ही सुंदर भाटी के शूटर के नाम जाना जाने वाला अनिल दादी सती का भी अनन्य भक्त था. ग्रामीणों के मुताबिक उसका सुबह उठकर दादी सती के मंदिर जाकर पूजा अर्चना करना कभी नहीं छूटा. लेकिन सुंदर भाटी के संरक्षण में आते ही वह दिनों दिन अपराधिक गतिविधियों में शामिल होता रहा.
बादलपुर थाने क्षेत्र के गुर्जरों के बड़े गांव दुजाना का रहने वाला अनिल कोई पैदाइसी अपराधी नहीं था. ग्रामीणों के मुताबिक 15 साल तक अनिल गांव का बहुत ही होनहार लड़का था. लेकिन जैसे ही सुंदर भाटी से उसके ताल्लुकात बढ़े. दिनों-दिन दलदल में फंसता चला गया. पुलिस रिकॅार्ड के मुताबिक अनिल पर सिर्फ 21 साल की उम्र में ही 21 मुकदमे दर्ज हो गए थे. साथ ही दिल्ली एनसीआर में उसके नाम का सिक्का चलने लगा था. कुछ ही दिनों में वह सुंदर के खास शूटरों में शामिल हो गया था. लेकिन कुछ ही दिनों में तुनकमिजाज दुजाना सुंदर भाटी गैंग से अलग हो गया था. क्योंकि वह अपने दम पर जरायम की दुनिया में नाम कमाना चाहता था.
अनिल दुजाना के साथ पढ़ने वाले एक साथी ने बताया कि उसने 3 साल पहले ही बता दिया था कि उसकी उम्र बस मुश्किल से 2 से तीन साल है. क्योंकि पुलिस अब उसे टपकाने का प्लान कर चुकी है. जैसे ही योगी आदित्यनाथ की सरकार वापस सत्ता पर काबिज हुई तो उसे पूरा भरोसा हो गया था. अब ज्यादा दिन नहीं बचेगा. क्योंकि किसी न किसी घटना से जोड़कर पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी. लेकिन उसे मरने का कोई गम नहीं था. वह बोलता था मेरा अंत लोगों के सपने जैसा होगा. किसी चौराहे पर पुलिस उसका एनकाउंटर कर देगी.
दरअसल, योगेश की बुआ बागपत के टिकोरा गांव की है. अनिल की पत्नी पूजा के पिता की गांव के ही एक लीलू पहलवान से जमीन को लेकर रंजिश चल रही थी. राजू पहलवान ने अपनी दो बेटियों की शादी गैंगस्टर हरेंद्र खड़खड़ी से की थी. तभी से पूजा के पिता चाहते थे कि उसकी बेटी की शादी इनसे बड़े गैंगस्टर से हो. ताकि उसे कोई दबा न सके. इसी के चलते योगेश डाबरा ने अनिल दुजाने के लिए पूजा का रिश्ता मांगा था. सुरजपुर कोर्ट में दोनों की सगाई हुई. उसके बाद दोनों शादी के बंधन में बंध गए.
पुलिस रिकॅार्ड के मुताबिक, जनवरी 2022 में कोरोनाकाल के दौरान चिल्ला गांव में गिरफ्तारी के बाद अनिल तिहाड जेल चला गया था. इससे पहले ही उसने पत्नी को जयपुर शिफ्ट कर दिया था. जानकारी के मुताबिक 10 अप्रैल को तिहाड़ से छूटने के बाद वह भी बेटी व पत्नी से मिलने जयपुर चला गया था. चूंकि दो मामलों का फैसला हाल ही में आने वाला था. इसलिए अनिल ने गवाहों को धमकाना भी शुरू कर दिया था. ताकि वे कोर्ट में गवाही बदल दें. साथ ही किसी घटना को अंजाम देने के लिए गुरुवार को मेरठ पहुंचा था. तभी पुलिस ने उसे पीछे से गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया.
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