
अयोध्या। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के 16 जून को प्रस्तावित अयोध्या दौरे को लेकर राम मंदिर मामले में पक्षकार इकबाल अंसारी ने उन्हें आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि अयोध्या कोई राजनीति का अड्डा नहीं है. अयोध्या एक धार्मिक स्थल है लेकिन यहां नेता केवल राजनीति करने आते हैं. अपने मकसद के लिए वे राम जन्म भूमि- बाबरी मस्जिद की राजनीति करते हैं.
अयोध्या साधु-संतों का शहर
उन्होंने कहा कि अयोध्या साधु-संतों का शहर है और जहां साधु होते हैं वहां शांति होती है. उद्धव ठाकरे को नसीहत देते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि नेता अयोध्या छोड़कर अब कोई दूसरा शहर पकड़ें. इकबाल अंसारी ने कहा कि अभी नई संसद शुरू भी नहीं हुई है लेकिन राम मंदिर-बाबरी मस्जिद पर राजनीति जरूर शुरू हो गई है. उन्होंने कहा कि अयोध्या को गरम करना पूरे देश को गरम करना है.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए
मुस्लिम पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो दोनों पक्षों को सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करना चाहिए. लेकिन हिंदू पक्ष को कोर्ट पर विश्वास नहीं है. ये वही लोग हैं, जो संविधान को नहीं मानते है. सुप्रीम कोर्ट ने समस्या के समाधान के लिए मध्यस्थ पैनल बनाया है और सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर अपना काम कर रहा है. इन लोगों को थोड़े दिन और सब्र करना चाहिए.
यूपी में शिवसेना का सिक्का जमने वाला नहीं
शिवसेना पर टिप्पणी करते हुए इकबाल अंसारी ने कहा कि शिवसेना केवल मुंबई तक सीमित है. उनका उत्तर प्रदेश में सिक्का जमने वाला नहीं है. उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे अयोध्या में पूजा अर्चना करें, जो भगवान का नियम है. इस पर राजनीति न करें. उद्धव ठाकरे ऐसा कोई काम ना करें, जिससे देश का माहौल खराब हो.
बता दें, शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे 16 जून को अयोध्या पहुंच रहे हैं. इससे पहले भी 25 नवंबर 2018 को उद्धव ठाकरे अयोध्या का दौरा कर चुके हैं. उद्धव ठाकरे का यह दूसरा अयोध्या दौरा है.
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