हरियाणा कांग्रेस के सीनियर लीडर कुलदीप बिश्नोई आज गुरुवार बीजेपी की सदस्यता लेंगे। जून में हुए राज्यसभा चुनाव के दौरान उन्होंने कांग्रेस कैंडिडेट्स के खिलाफ वोटिंग की थी। जिसके बाद कांग्रेस ने उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया था। बीजेपी ज्वाइन करने से पहले विश्नोई ने बुधवार को अपनी विधानसभा सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि वो हिसार जिले की आदमपुर विधानसभा सीट से विधायक चुने गए थे।
हरियाणा कांग्रेस में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष नहीं बनाए जाने के बाद से कुलदीप विश्नोई लंबे समय से नाराज चल रहे थे। उन्होंने पार्टी के कार्यशैली पर भी सवाल उठाए थे। वहीं, जून में राज्यसभा चुनाव के दौरान क्रास वोटिंग की थी। कुलदीप विश्नोई 2 बार लोकसभा सदस्य रहे हैं। जबकि वो चौथी बार विधानसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने अपनी खुद की पार्टी भी बनाई थी जिसका बीजेपी से साथ भी गठबंधन था बाद में उन्होंने अपनी पार्टी का विलय कांग्रेस में कर दिया था।
हरियाणा में राज्यसभा चुनाव के दौरान ‘क्रॉस वोटिंग’ करने के बाद से ही विश्नोई बीजेपी के सीनियर नेताओं से मुलाकात कर चुके हैं। वो हरियाणा में सीएम मनोहर लाल खट्टर के अलावा दिल्ली में अमित शाह और जेपी नड्डा से भी मिल चुके हैं।
कुलदीप बिश्नोई का जन्म 22 सितंबर 1968 को हुआ था। वे हरियाणा के पूर्व सीएम भजन लाल के बेटे हैं। 1998 में वो पहली बार अपने पिता भजन लाल की परंपरागत सीट आदमपुर सीट चुनाव जीते थे। वो पहली बार कांग्रेस के टिकट पर ही चुनाव लड़े थे। 2004 से 2009 के लोकसभा चुनाव में वो भिवानी संसदीय सीट से लोकसभा सांसद रहे। 2005 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस जीती लेकिन भजनलाल को सीएम नहीं बनाया गया जिससे नाराज होकर उन्होंने 22 दिसंबर 2007 को हरियाणा जनहित कांग्रेस के नाम से खुद की पार्टी बना ली थी।
2019 के विधानसभा चुनाव में दिए गए हलफनामे के अनुसार, करीब 100 करोड़ रुपए की संपत्ति है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, अजय विश्नोई के आने से भाजपा को हरियाणा के साथ-साथ राजस्थान में भी बड़ा फायदा हो सकता है।
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