रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को यहां कहा कि पटरियों पर जानवरों से टक्कर को टाला नहीं जा सकता। सेमी-हाई स्पीड ट्रेन वंदे भारत की डिजाइन तैयार करते समय इसका ध्यान रखा गया है। हालांकि इस तरह की घटनाओं को ध्यान में रखते हुए रेल मंत्रालय रेलवे ट्रैक के आसपास बाउंड्रीवाल भी लगातार बनवा रहा है। आगरा-दिल्ली के बीच मथुरा के आसपास कई किलोमीटर क्षेत्र में रेलवे ट्रैक पर दीवार बनाई भी गई है, जिससे सेमी हाईस्पीड ट्रेन गतिमान एक्सप्रेस व उस जैसी अन्य ट्रेनों की सुरक्षा का ध्यान रखा गया है।
वैष्णव ने यहां कहा, ट्रेन का डिजाइन खास तरह से तैयार किया गया है। यह बेहद मजबूत है। अगर कोई दुर्घटना होती भी है तो ट्रेन को कोई नुकसान नहीं पहुंचेगा। ट्रेन के अगले हिस्से को पूरी तरह से बदला जा सकता है। मंत्री वल्लभ विद्यानगर में एक इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों के साथ बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा, भारत में जमीन पर पटरियां बिछाई जाती हैं। आप जहां भी जाएंगे, जानवर उन्हें पार करेंगे। उन्हें कोई नहीं रोक सकता। जब तक हम अगले पांच-छह वर्षों में पटरियों को ऊंचा नहीं कर लेते, वे (जानवर) ट्रेनों के सामने आएंगे। केंद्रीय मंत्री ने कहा, ट्रेन 120-130-160 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलेंगी और टक्कर होना लाजमी है। यह सामान्य ज्ञान और डिजाइन का मामला है। इसलिए इसे इस तरह से डिजाइन करें कि जब भी ऐसी कोई घटना हो तो आप इसे सुधार सकें।
वंदे भारत से दो दिन में दो मवेशी टकराए
गांधीनगर-मुंबई वंदे भारत एक्सप्रेस शुक्रवार को गुजरात के आणंद स्टेशन के पास एक गाय से टकरा गई, जिससे ट्रेन का अगला हिस्सा मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गया। एक अधिकारी ने बताया कि हादसे के वक्त ट्रेन मुंबई जा रही थी।
दो दिनों के अंदर इस तरह की यह दूसरी घटना है। पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) सुमित ठाकुर ने कहा कि घटना मुंबई से करीब 433 किलोमीटर दूर कंजरी और आणंद स्टेशन के बीच दोपहर 3 बजकर 49 मिनट पर हुई। उन्होंने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित हैं। ठाकुर ने कहा, ट्रेन के अगले हिस्से को मामूली नुकसान पहुंचा है। वरिष्ठ पीआरओ प्रदीप शर्मा ने कहा कि ट्रेन रुकने के दस मिनट के भीतर ही यात्रा फिर से शुरू हो गई। यह तत्काल स्पष्ट नहीं हो पाया है कि दुर्घटना में गाय बच पाई या नहीं।
गांधीनगर-मुंबई सेंट्रल के बीच चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस गुरुवार को अहमदाबाद के निकट वाटवा में चार भैसों से टकरा गई थी। इसके चलते ट्रेन का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था। इस हादसे में भैंसों की जान चली गई। शुक्रवार को हुई घटना में हालांकि ट्रेन के अगले हिस्से को मामूली नुकसान पहुंचा है।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने शुक्रवार को आणंद में एक कार्यक्रम में कहा कि इस तरह के हादसे अपरिहार्य हैं और 160 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलने वाली सेमी-हाई स्पीड वंदे भारत ट्रेन की डिजाइन तैयार करते समय इसका ध्यान रखा गया था
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