हिमाचल प्रदेश में बादल फटने और भारी बारिश ने ढाया कहर, 21 लोगों की मौत

हिमाचल में फिर फटा बादल

शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने बताया है कि पूरे राज्य में बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में 21 लोगों की मौत हुई है। सोलन जिले के जादौन गांव में बादल फटने से सात लोगों की मौत हो गई। वहीं, शिमला में भूस्खलन से 9 लोगों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में बाढ़ के हालत से लोग पहले से ही परेशान थे लकिन अब हिमाचल में फिर बादल फटाने से लोग और परेशान हो गए है भारी बारिश से राज्य की नदियां फिर से उफना गईं हैं। दूसरी ओर उत्तराखंड में भी लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते ब्यास नदी उफान पर आ गई। दोनों राज्यों में स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं।

सोलन जिले के जादौन गांव में रविवार देर रात बादल फटने की घटना हुई। इसकी चपेट में आकर सात लोगों की मौत हो गई। छह लोगों को बचा लिया गया। पिछले 24 घंटों में हिमाचल प्रदेश और पड़ोसी उत्तराखंड में भारी बारिश जारी है। दोनों राज्यों में भूस्खलन हुए हैं, जिससे सड़कें बंद हो गईं हैं।

हिमाचल में फिर फटा बादल

शिमला के सहमरहिल में शिव मंदिर के पास भूस्खलन हुआ है। इसके चपेट में आकर मंदिर ढह गया। सावन का सोमवार होने के चलते बड़ी संख्या में लोग पूजा करने के लिए मंदिर पहुंचे थे। प्राप्त जानकारी के अनुसार भूस्खलन के वक्त मंदिर में करीब 50 लोग फंस गए थे। भूस्खन में 25-30 लोगों के फंसने की जानकारी आई है। SDRF के जवान बचाव अभियान चला रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया है कि अब तक नौ शव निकाले जा चुके हैं।

शिमला में एक बस पर पेड़ गिर गया, जिससे उसका कंडक्टर घायल हो गया। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार के लिए राज्य के सभी स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। भारी बारिश और भूस्खलन के खतरे को देखते हुए हिमाचल प्रदेश में 621 सड़कों को बंद कर दिया गया है। इनमें से 236 मंडी, 59 शिमला और 40 बिलासपुर जिले में हैं। शिमला और चंडीगढ़ को जोड़ने वाले शिमला-कालका राष्ट्रीय राजमार्ग का एक प्रमुख हिस्सा पिछले दो हफ्तों में बार-बार होने वाले भूस्खलन से प्रभावित हुआ है।

उत्तराखंड में भी लगातार बारिश हो रही है। इसके चलते राज्य के कई इलाकों में भूस्खलन हुए हैं। इससे नेशनल हाईवे सहित कई सड़कों पर यातायात प्रभावित हुआ है। कई सड़कें बंद हो गईं हैं। टिहरी में कुंजापुरी बगड़धार के पास भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-चंबा नेशनल हाईवे यातायात के लिए अवरुद्ध हो गया। वहीं, ऋषिकेश-देवप्रयाग-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर सखणीधार में भारी वाहनों की आवाजाही रोक दी गई है। भारी बारिश के चलते उत्तराखंड की नदियां उफना गईं हैं। ब्यास नदी के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है। वहीं, हरिद्वार में गंगा नदी खतरे के निशान 294.90 मीटर से ऊपर बह रही है।

 

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