सीएम कमलनाथ ने खून बहाने वाले दिये बयान, विधानसभा में हंगामा

पूर्व भाजपा विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का खून सड़कों पर बहाने का बयान दिया था। इस बयान पर कांग्रेस ने विधानसभा में हंगामा किया है।

भोपाल। मध्य प्रदेश की राजनीति में इनदिनों भूचाल आया हुआ है। इस भूचाले में कांग्रेस, भाजपा को घेरने की तैयारी कर रही है। भोपाल मध्य के पूर्व भाजपा विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के एक बयान को लेकर विधानसभा में भाजपा को घेरा गया। दरअसल, पूर्व भाजपा विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह ने गुस्र्वार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ का खून सड़कों पर बहाने का बयान दिया था। अब भाजपा के लिए यह बयान परेशानी का सबब बन गया है। शुक्रवार को विधानसभा में सत्ताधारी कांग्रेस के विधायकों ने जमकर हंगामा किया। सभी विधायक गर्भगृह(वेल) में आ गए और आसंदी के सामने भाजपा के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इस दौरान मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ को मारने की भाजपा साजिश रच रही है। नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव, नरोत्तम मिश्रा सहित अन्य भाजपा विधायकों ने कहा कि हम इस मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार हैं। हंगामे के कारण प्रश्नकाल में दो बार सदन की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी। इस दौरान मुख्यमंत्री भी सदन में मौजूद थे।

संभवत: सदन में यह पहला मौका है, जब सत्तापक्ष के विधायकों ने गर्भगृह (वेल) में आकर नारेबाजी की हो। प्रश्नकाल शुरू होते ही मंत्रियों सहित सत्तापक्ष के सभी विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह के बयान को लेकर विरोध जताने लगे। मंत्रियों ने कहा कि इस घटना से भाजपा का असली चरित्र सामने आ गया है। महात्मा गांधी के देश में गोडसे की विचारधारा नहीं चलेगी। भाजपा नेता खून-खराबे की बातें कर रहे हैं। वे धमकी दे रहे हैं कि सड़कों पर जो खून बहेगा वो मुख्यमंत्री कमलनाथ का होगा। जनसंपर्क मंत्री पीसी शर्मा ने कहा कि ऐसी बयानबाजी करने वाले को गिरफ्तार किया जाना था। इस पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि हम चर्चा कराने के लिए तैयार हैं। वहीं, पूर्व संसदीय कार्यमंत्री डॉ.नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि जब सत्तापक्ष हल्ला करेगा और गर्भगृह में आएगा तो फिर विपक्ष क्या करेगा। सत्तापक्ष की ओर से कार्रवाई की बात उठाने पर आश्चर्य जताते हुए कहा कि जो भी करना है वो सरकार को करना है।

हमारी पार्टी ऐसे विचारों से सहमत नहीं: भार्गव
नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने कहा कि जो भी बात सामने आई है वो सदन में नहीं हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संसदीय दल की बैठक में सांसद और विधायकों के लिए कहा कि सभी को श्रेष्ठ संसदीय जीवन निवर्हन करना है। मप्र में जो घटनाएं घटी, उन पर भी प्रधानमंत्री का मत सबके सामने है। हमारी पार्टी ऐसे विचार या भाषण से सहमत नहीं है और पार्टी कार्रवाई को लेकर निर्णय करेगी। विधानसभा अध्यक्ष नर्मदा प्रसाद प्रजापति ने कहा कि सार्वजनिक रूप से किसी भी दल के वरिष्ठ नेता के लिए इस तरह की टिप्पणी नहीं होना चाहिए।

पूर्व विधायक गिरफ्तार, जमानत पर रिहा
मुख्यमंत्री कमलनाथ पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने और नगर निगम कार्यालय पर तालाबंदी कर शासकीय कार्य में बाधा डालने, एमपी नगर में निगम अफसर को धमकाने समेत चार मामलों में पूर्व विधायक सुरेंद्रनाथ सिंह को शुक्रवार दोपहर को गिरफ्तार किया गया। जिला कोर्ट से उन्हें 30- 30 हजार रुपए के मुचलके पर जमानत पर रिहा कर दिया। उन्हें जमानत देने के दौरान कोर्ट ने परिसर में नारेबाजी न करने की चेतावनी भी दी।

डीआईजी इरशाद वली के अनुसार, सुरेंद्र नाथ सिंह ने गुस्र्वार को विधानसभा के चलते लगी धारा 144 के दौरान प्रतिबंधात्मक क्षेत्र में प्रवेश कर नारेबाजी की थी। उन्होंने मुख्यमंत्री कमलनाथ पर ‘खून बहाने वाली’ आपत्तिजनक टिप्पणी भी की थी। इस मामले में शुरुआत में उन पर प्रतिबंधात्मक क्षेत्र में घुसने की एफआईआर दर्ज की थी। बाद में उनके खिलाफ धमकाने और शासकीय कार्य में बाधा डालने का मामला भी दर्ज किया गया। वहीं गुस्र्वार रात सुरेंद्रनाथ सिंह ने फोन पर नगर निगम के अफसर को फोन पर धमकाया था। इसका ऑडियो वायरल होने के बाद सिंह पर धमकाने का भी मामला दर्ज किया गया था। वहीं कुछ दिन पहले सुरेंद्रनाथ सिंह ने नगर निगम कार्यालय पर तालाबंदी कर शासकीय कार्य में बाधा डाली थी। इस मामले में भी उन पर केस दर्ज है। इसके भी पहले एमपी नगर के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुसने और बलवा करने को लेकर भी सुरेंद्रनाथ सिंह पर केस दर्ज है।

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