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कार्यालय संवाददाता
मथुरा। हर कार्यक्रम में कांग्रेस दो धड़ों में बंटती नजर आती है। विधानसभा चुनाव 2022 से पहले ऐसी स्थिति यहां नजर आ रही है। कांग्रेस नेता भले ही इस बात को मानने के लिए तैयार न हो, लेकिन स्थिति दो धड़ों की साफ दिखाई देती है।
प्रदूषित यमुना जल के शुद्धिकरण की मांग को लेकर एक गुट ने छह जुलाई को विश्राम घाट पर यमुना महारानी का पूजन कर जिला प्रशासन को ज्ञापन देने का ऐलान किया किंतु पांच जुलाई को एक गुट ने यह काम कर दिया। एआईसीसी के सदस्य महेश पाठक एवं एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष शिशुपाल सिंह की अगुवाई में पांच जुलाई को यमुना पूजन कर यमुना शुद्धिकरण के लिए संकल्प मार्च निकाल जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया गया। श्री पाठक ने कहा कि सरकार का कोई फैसला या यमुना को शुद्धि करने पर सुनवाई नहीं होती है तो पूरे देश में बड़ा आंदोलन होगा।
एनएसयूआई के जिला अध्यक्ष शिशुपाल चौधरी ने बताया कि भाजपा सरकार के सभी घोषणा ख्रोखली साबित हुई। सिर्फ कागजों में ही यमुना शुद्धिकरण की बात कही जाती है। इस अवसर पर प्रदेश महासचिव कपिल यादव, अजय मेहरा , सरवन अहमद, सोमिल कुलश्रेष्ठ, वरुण ठाकुर तथा सुधांशु दीक्षित आदि उपस्थित थे।
छह जुलाई को कांग्रेस विधानमंडल दल के पूर्व नेता प्रदीप माथुर, कांग्रेस नेता यतेंद्र मुकद्दम एवं यामिनी रमण आचार्य की अगुवाई में कांगे्रस कार्यकर्ताओं ने यमुना को प्रदूषण से मुक्ति कराने के लिए संकल्प यात्रा निकाली गई। पहले विश्राम घाट पर यमुना महारानी का पूजन कर दुग्धाभिषेक किया। जिला मुख्यालय पर प्रदूषित यमुना जल की बोतल के साथ एक ज्ञापन एसडीएम को सौंपा।
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