कोरोना काल: यूपी का आईपीएस अधिकारी बना मिसाल, ऐसे कर रहा संक्रमित मरीजों का इलाज

कानपुर। कोरोना की दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोग कोरोना संक्रमण का शिकार हो रहे हैं. इसी कड़ी में आईपीएस अधिकारी अनिल कुमार कानपुर में एडीसीपी ट्रैफिक हैं, उन्होंने दूसरी लहर आते ही कानपुर में कोविड अस्पताल शुरू कर दिया। अनिल के अनुभव को देखते हुए पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने उन्हें कोरोना सेल का प्रभारी भी बनाया है। आपको बता दें कि अनिल कुमार ने जोधपुर के एसएन मेडिकल कॉलेज एमबीबीएस करने के बाद कुछ दिनों तक दिल्ली के गुरु तेगबहादुर अस्पताल में प्रैक्टिस भी की है।

वह राजस्थान में झुंझनू जिले के अलसीसर के रहने वाले हैं। अनिल ने दूसरी लहर आते ही कानपुर पुलिस लाइन में 16 बेड का एक एल-1 श्रेणी का हॉस्पिटल शुरू कर दिया। ओपीडी में रोजाना बैठ रहे हैं। आईपीएस अधिकारी अनिल कुमार कहते हैं- एक बड़े अधिकारी की पत्नी को कहीं इलाज नहीं मिला तो अपने अस्पताल में भर्ती करके ठीक कर दिया। अब तक 18 मरीजों को ठीक किया है। ओपीडी में 385 से ज्यादा संक्रमितों को इलाज दिया है। ज्यादातर पुलिसकर्मी और उनका परिवार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि आज मुझे इस विषम परिस्थिति में वर्दी के साथ ही एक डॉक्टर का फर्ज निभाने का मौका मिला है।

बता दें कि कोरोना संक्रमण का फैलाव अब कानपुर जिले में कमजोर पड़ने लगा है। इसके साथ ही रोगियों के मरने का आंकड़ा भी कम हो रहा है। रविवार को कोरोना के 4 रोगियों की मौत हो गई। ये सभी रोगी कोमॉर्बिड रहे हैं। अब तक कोरोना से 1659 रोगियों की मौत हो चुकी है। वहीं 62 नए संक्रमित मिले और 278 रोगी संक्रमण मुक्त हो गए। कोरोना संक्रमित एक रोगी की मौत हैलट, एक की रामा, एक की अपोलो वर एक की मौत कृष्णा हॉस्पिटल में हुई है। अब तक नगर में कुल कोरोना संक्रमित 81 हजार 946 हैं। इनमें 78 हजार 585 इलाज से ठीक हो गए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमों ने आठ हजार 486 कोरोना संदिग्ध लोगों के सैंपल लिए हैं।

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