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संवाददाता
यूनिक समय, वृंदावन (मथुरा)। कोरोना का टीका लगा नहीं और कोरोना वैक्सीन (टीका) लगने का प्रमाण पत्र जारी हो गया। यकीन नहींं हो रहा है कि शीतल छाया कालोनी में रहने वाले एक परिवार के तीन लोगों से पूछिए। कोविड हेल्प लाइन 1075 पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। इस लापरवाही से अंदाज लगाया जा सकता है कि कोरोना संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य महकमा कितना सजग है।
गौरतलब है कि ‘यूनिक समय’ ने 22 मार्च के अंक में कसबा बलदेव के ग्राम अमीरपुर स्थित सीएचसी केंद्र पर डाक्टरों की लापरवाही को उजागर किया था।
यहां बलदेव निवासी देवेंद्र कुमार को कोरोना वैक्सीन का टीका लगा नहीं और टीका लगने का प्र्रमाण पत्र जारी हो गया। अब, वृंदावन स्थित शीतल छाया कॉलोनी में रहने वाले मदन मोहन खेतान, राकेश खेतान एवं माधुरी खेतान के साथ भी कुछ ऐसा हो गया। बताया गया कि तीनों ने10 मार्च को आरोग्य सेतु एप से रजिस्टे्रशन कराया। 15 मार्च को वैक्सीन लगनी थी, लेकिन किसी कारणवंश वह लोग जा नहीं पाए, लेकिन 15 मार्च को सायं को वैक्सीन टीका लगने का प्रमाण पत्र जारी हो गया।
आरोग्य सेतु एप पर सभी लोगों का स्टेटस वैक्सीनेटेड आ रहा है। टीका लगने के प्रमाण पत्र को देखकर सभी लोग हैरान रह गए। राकेश खेतान ने ‘यूनिक समय’ के स्थानीय संपादक को फोन करके बताया। कहा कि उन्होंने ‘यूनिक समय’ में फर्जी टीकाकरण की खबर पढ़ी। सोचा कि ‘यूनिक समय’ का सहारा लेकर वह अपने और परिवारिक सदस्यों के साथ हुए फर्जी वाड़े का खुलासा करें। बताया कि उन्होंने कोविड हेल्प लाइन 1075 पर शिकायत दर्ज कराई, लेकिन कोई समाधान नहीं हुआ। सोचने वाली बात तो यह है कि अभी तो ‘यूनिक समय’ ने चार मामलों को उजागर किया है और ना जाने कितने ऐसी लापरवाही के मामले होंगे। इसी तरह से स्वास्थ्य महकमा फर्जी प्रमाण पत्र जारी करता रहा तो मोदी के अभियान को पलीता लग जाएगा।
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