जीएलए विवि की शिक्षा समाज को समर्पित करें

मथुरा। यूपी के डिप्टी सीएम डॉ.दिनेश शर्मा ने जीएलए विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में छात्र-छात्राओँ का हौसला बढ़ाया । उन्होंने अपने शिक्षक के रूप में ये समझाने की कोशिश की कि शिक्षा ज्ञान का प्रभावी माध्यम है। दीक्षा संस्कारों से जुड़ी है। यहां से डिग्री हासिल करने के बाद जहां जायेंगे वहां पर आप ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं । व्यावहारिक जीवन में छात्रों की इच्छा होती है कि शानदार कॅरियर हो, मल्टीनेशनल कंपनी में कार्य करने का अवसर प्रदान हो और अच्छा पैकेज हासिल हो, उन्होंने समझाया क्या यही छात्रों के जीवन में पर्याप्त है !


उपस्थित होकर मुझे आनंद की अनुभूति हुई है। दीक्षांत समारोह में जो छात्रों ने दीक्षोपदेश लिया है उसका अर्थ है कि हमने जो भी पढ़ाई के दौरान सीखा है उसे समाज को समर्पित किया जाये। दीक्षांत का अर्थ शिक्षांत नहीं है। क्योंकि यह शिक्षा का अंत नहीं है। दीक्षांत समारोह का अर्थ है कि जो कि आपने शिक्षा ग्रहण की है उसका अभी प्रथम पड़ाव पूरा हुआ है और अब आप देश और समाज के लिए सेवा करने के लिए तैयार हुए हैं। कठिनाईयों के रास्तों पर चलकर समाज और देश के लिए बहुत कुछ करना है। शिक्षा के बदलाव के बारे में बोलते हुए कहा कि आज के समय में शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर बदलाव देखने को मिल रहा है। विभिन्न परिवर्तनों के बीच में तकनीकी शिक्षा का दायरा बढ़ा है। आज वह जीएलए विश्विद्यालय की प्रगति रिपोर्ट को देखकर अत्यंत हर्ष महसूस कर रहा हूं कि करीब 240 छात्रों से शुरू हुआ इंस्टीट्यूट अब हजारों छात्रों को एक साथ शिक्षा देकर जीएलए विश्वविद्यालय के रूप में अपनी शिक्षा की छाप छोड़ रहा है। आज समाज को चाहिए कि शिक्षा में बदलाव हो और शिक्षा एक दूसरे के लिए तत्परता का भाव लाये।


विशिष्ट अतिथि ज्वाइंट एडवांस टैक्नोलॉजी सेन्टर के निदेशक मो. हफिजुर रहमान ने कहा कि हमें रविन्द्र नाथ टैगोर के द्वारा बताये हुए मार्ग पर चलना चाहिए। उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति डॉ.एपीजे अब्दुल कलाम के बारे में बताते हुए कहा कि कलाम साहब की तरह छात्रों को अपना जीवन यापन करना चाहिए।
विशिष्ट अतिथि सॉफ्टवेयर टैक्नोलॉजी पाक्र्स ऑफ इंडिया नई दिल्ली के महानिदेशक डॉ. ओमकार राय ने कहा कि अभी तक मुख्य रूप से तीन बड़ी औद्योगिक क्रांतियां आयीं, जिनमें अब चौथी क्रांति जो कि इंडस्ट्रीज 4.0 के नाम से आयी है। यह पूर्व की तीनों क्रांतियों से बड़ी क्रांति के रूप में उभरेगी, जो कि डेटा निर्धारित है।
समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा, कुलाधिपति श्री नारायणदास अग्रवाल एवं कुलपति प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल ने माँ सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत श्री गणेशीलाल अग्रवाल जी के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।


इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत शैक्षिक शोभायात्रा के आगमन से हुई। इससे पूर्व विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने सभी का स्वागत किया। कुलपति प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।
कुलाधिपति नारायणदास अग्रवाल एवं कुलपति प्रो. आनंद मोहन अग्रवाल ने उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को स्मृति चिन्ह् भेंट कर सम्मानित किया। इस अवसर पर प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चैहान, डीन एकेडमिक प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, मंच संचालन डॉ. विवेक मेहरोत्रा, चीफ प्रॉक्टर आशीष शर्मा, प्रो. अतुल बंसल, दीपक गौड़, राहुल चौधरी, फैजुल हसन, अरूण, शशांक सक्सेना, भारत विकास परिषद से अवधेश अग्रवाल, डॉ. विशाल गोयल व अन्य उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में ये रहे उपस्थित
ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र, नगर निगम मेयर डॉ. मुकेश आर्य बंधु, चौ. तेजवीर सिंह, बलदेव विधायक पूरन प्रकाश, गोवर्धन विधायक कारिंदा सिंह, पूर्व मंत्री रविकांत गर्ग, सीओ छाता जगदीश कालीरमण आदि उपस्थित थे।

दीक्षांत समारोह में 3262 उपाधियां एवं 15 गोल्ड और 15 सिल्वर मेडल

जीएलए विश्वविद्यालय के आठवें दीक्षांत समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की कुल 15 गोल्ड और 15 सिल्वर मेडलिस्ट के साथ 3262 उपाधियां प्रदान की गईं। इसके अलावा 18 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।
छात्रों की उपाधियों पर एक नजर
जीएलए विश्वविद्यालय, से वर्ष 2019 में पीएचडी के 23, बी.फार्म के 53, एम.फार्म फार्माकॉलोजी के 13, एमफार्म फार्मास्युटिक्स 9, एम.टेक (सिविल इंजी.) 14, एम.टेक (इलेक्ट्रीकल एण्ड इंजी.) 6, एम.टेक (मेकेनिकल) 8, एमटेक (इलेक्ट्रीकल एण्ड कम्यूनिकेशन) 7, एम.टेक (कम्प्यूटर साइंस) 11, बीबीए 190, बीबीए ऑनर्स 75, बीबीए फैमिली बिजनेस 21, एमबीए 336, एमबीए एलएससीएम 26, बी.एससी ऑनर्स (बायोटेक) 63, एमएससी बायोटेक 5, एमएससी माइक्रोबायोलॉजी एण्ड इम्यूनोलॉजी 11, बीएड 35, बीसीए 155, एमसीए 64, बी.कॉम ऑनर्स 155, बीटेक (सिविल इंजी.) 170, बीटेक (इलेक्ट्रीकल इंजी.) 50, बीटेक (मैकेनिकल इंजी.) 389, बीटेक (इलेक्ट्रॉनिक एण्ड कम्यूनिकेशन) 139, बीटेक (ईएन) 27, बीटेक (कम्प्यूटर इंजी. एण्ड एप्लीकेशन) के 560 विद्यार्थियों की उपाधि अनुमोदित की गई है। डिप्लोमा इन सिविल इंजी. के 94, डिप्लोमा इलेक्ट्रीकल एण्ड इंजी. के 146, डिप्लोमा मेकेनिकल 262, डिप्लोमा कम्प्यूटर साइंस के 43, डिप्लोमा इलेक्ट्रिकल एण्ड कम्युनिकेशन के 26, डिप्लोमा कैमिकल के 10, सर्टिफिकेट कैड, कैम एण्ड सीएनसी के 12 तथा डिप्लोमा इन फार्मेसी के 54 विद्यार्थियों डिप्लोमा सर्टिफिकेट प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा 18 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए।

उपाधि पाकर उछले स्टूडेंट्स
फार्मेसी से पीएचडी उपाधि हासिल करने वाली नीतू अग्रवाल कहती हैं कि डॉक्टरेट की उपाधि हासिल कर चुके शिक्षकों के अन्तर्गत उन्हें रिसर्च करने का मौका मिला। यही नहीं जर्नल्स में रिसर्च किस प्रकार प्रकाशित किया जाता है यह उन्हें सीखने को मिला।

मिला गोल्ड़, खिल उठा चेहरा
बीएससी ऑनर्स बायोटेक की छात्रा दिव्या अग्रवाल ने बताया कि उन्हें जीएलए में पढ़ाई के दौरान सीखने और कुछ करने का बहुत अनुभव मिला, आज वह गोल्ड़ मेड़ल पाकर खुशी महसूस कर रही हैं । जितना कि कोई इंसान कई वर्षों के बाद परदेश से घर पहुंचकर अपने माता-पिता से मिला हो।

बीबीए ऑनर्स की छात्रा आध्या अग्रवाल ने बताया कि उनका प्लेसमेंट ऑनलाइन ट्रबलशूटर कंपनी में हुआ, लेकिन उन्होंने यह कंपनी ज्वाइन नहीं की। क्योंकि वह वर्तमान में बैंक में उच्च स्तर की अधिकारी बनने के लिए तैयारी कर रही हैं। उन्हें बहुत खुशी है कि उन्हें प्रदेश के उपमुख्यमंत्री के हाथों गोल्ड मेडल से सम्मानित होने का अवसर मिल रहा है।

बीटेक इलैक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की छात्र हिमांक अग्रवाल ने बताया कि गोल्ड मेड़ल विश्वविद्यालय में चार वर्ष की मेहनत को दर्शाता है। आगे वह वैज्ञानिक बनना चाहता है।

एमसीए की छात्रा प्रिया सक्सेना ने बताया कि वह बहुत खुशनसीब हैं कि उन्हें जीएलए विश्वविद्यालय से शिक्षा और दीक्षा मिली। साथ ही जीएलए से रोजगार मिला।

बीकॉम ऑनर्स की छात्रा रिचा अग्रवाल ने बताया कि उन्हें विश्वविद्यालय से बहुत कुछ सीखने को मिला। यहां का प्लेसमेंट ग्राफ बहुत अच्छा है।

बीफार्म की छात्रा आस्था शर्मा ने बताया कि उनहें गोल्ड़ मेड़ल मिल गया है तो इससे ज्यादा खुशी की क्या बात होगी ।

बीटेक मैकेनिकल के छात्र धु्रव मेहरोत्रा ने कहा कि उन्हें गोल्ड़ मेडल का श्रेय मेरे माता-पिता और विश्वविद्यालय के शिक्षकों को जाता है।

बीसीए के छात्र संकल्प अग्रवाल ने कहा कि बताया कि दीक्षांत समारोह के अवसर पर गोल्ड़ मेड़ल पाकर बहुत खुशी हो रही है इसके साथ ही पुराने साथियों से मिलकर वह काफी खुश नजर आये ।
सिल्वर मेड़ल मिलते ही छात्र बोले धन्यवाद जीएलए
बीएससी ऑनर्स बायोटेक की छात्रा निमिशा चौधरी ने बताया कि आज मुझे सिल्वर मेड़ल जो हासिल हुआ है वह सिर्फ मेरे माता-पिता और शिक्षकों का आशीर्वाद है।

बीटेक सिविल इंजीनियरिंग के छात्र सत्यदेव सिंह कहते हैं कि किसी भी छात्र को नई ऊर्जा चाहिए तो जीएलए विश्वविद्यालय से शिक्षा ग्रहण करे। यहां छात्रों के विकास के लिए आधुनिक व्यवस्था है।

बीकॉम ऑनर्स की छात्रा रूपेश चाहर का कहना है कि जीएलए विश्वविद्यालय ही सपने साकार करने का जरिया है। वह एक अच्छी शिक्षिका बनना चाहती हैं। वह बहुत खुश हैं कि आज उन्हें उपमुख्यमंत्री के हाथों सिल्वर मेड़ल प्राप्त करने का अवसर मिला है।

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