पाकिस्तान और राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जिससे बारिश होगी
नई दिल्ली। दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में सर्दी और कोहरे का सितम जारी है। मंगलवार सुबह कोहरे से काफी राहत रही, लेकिन सर्दी बरकरार है। दिल्ली में सर्दी के चलते बेघर लोगों को रैन बसेरों का सहारा लेना पड़ रहा है। वहीं, स्काईमेट वेदर के अनुसार, पश्चिमी हिमालय में एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुआ है। इससे मध्य पाकिस्तान और राजस्थान में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बन रहा है, जिससे बारिश होगी। इसके बाद पहाड़ों की ठंडी हवा सर्दी को और बढ़ाएगी। इससे दिल्ली-एनसीआर समेत पूरा उत्तर भारत एक बार सर्दी की चपेट में आ जाएगा।वहीं, पश्चिमी हिमालय में एक नए पश्चिमी विक्षोभ से मंगलवार से बृहस्पतिवार तक दिल्ली-एनसीआर में भी मध्यम बारिश दर्ज होगी। इससे शुक्रवार से अधिकतम और न्यूनतम तापमान में काफी कमी आ सकती है। हालांकि इस दौरान धूप होती रहेगी। इससे पहले घने कोहरे और तेज रफ्तार बर्फीली हवा से सोमवार को दिल्ली वालों की कंपकंपी छूट गई। सोमवार इस मौसम का सबसे घना कोहरा वाला दिन रहा। सुबह 10 बजे तक भी लोगों को वाहनों की हेड लाइट और इंडीकेटर जलाकर चलना पड़ा। पालम में तो दृश्यता का स्तर महज 50 मीटर ही रह गया था। वहीं, सफदरजंग में सुबह साढ़े 5 बजे दृश्यता 200 मीटर थी जो साढ़े 8 बजे महज सौ मीटर रह गई।
इतना ही नहीं, तीन सालों के दौरान चार फरवरी का सबसे कम तापमान भी इसी दिन दर्ज किया गया। हालांकि, दोपहर में धूप खिलने पर लोगों को कोहरे के साथ ही ठिठुरन से भी राहत मिली। मंगलवार शाम बारिश होने के आसार हैं। इस दौरान दिल्ली के कई हिस्सों में तेज हवा भी चलेगी, जिससे ठंड और बढ़ जाएगी।
मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार को अधिकतम तापमान सामान्य स्तर पर 23.2 डिग्री सेल्सियस, जबकि न्यूनतम सामान्य से एक कम आठ रहा। नमी का स्तर 54 से 100 फीसद दर्ज किया गया। मंगलवार को अधिकतम तापमान 23 और न्यूनतम 10 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
ठंड और कोहरे का प्रकोप बढ़ने से यात्रियों की मुसीबतें भी बढ़ गई हैं। रेल परिचालन बुरी तरह से बाधित है। शताब्दी व राजधानी जैसी तेज गति वाली ट्रेनों की चाल भी धीमी हो गई है, जिससे यात्री कंपकंपाती सर्दी में प्लेटफॉर्म पर समय बिताने को मजबूर हो रहे हैं। समाचार एजेंसी के मुताबिक, मंगलवार को दिल्ली आने-जाने वाली 24 ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जबकि कई के समय में बदलाव और कुछ को रद कर दिया है।
इससे पहले सोमवार को लंबी दूरी की 35 ट्रेनें देरी से राजधानी के स्टेशनों पर पहुंची। वहीं, 30 ट्रेनों के प्रस्थान समय में बदलाव करना पड़ा। यदि मौसम में सुधार नहीं हुआ तो आने वाले दिनों में यह परेशानी और बढ़ेगी।
अबतक ट्रेनों पर कोहरे का बहुत ज्यादा असर नहीं पड़ा था, लेकिन सोमवार को स्थिति ज्यादा खराब हो गई। कई ट्रेनें छह से आठ घंटे की देरी से पहुंची, जिस कारण इनके प्रस्थान का समय भी बदलना पड़ा। नई दिल्ली से गया जाने वाली महाबोधि एक्सप्रेस लगभग दस घंटे की देरी से रवाना हुई। वहीं, लिच्छवी एक्सप्रेस साढ़े आठ घंटे की देरी से प्रस्थान की। सियालदह राजधानी व भुवनेश्वर राजधानी के यात्रियों को भी घंटों इंतजार करना पड़ा। यह ट्रेनें निर्धारित समय से सवा पांच घंटे की देरी से रवाना हुई। इसी तरह पटना राजधानी, जम्मू राजधानी, कालका शताब्दी, कानपुर शताब्दी, सियालदह दूरंतो सहित कई ट्रेनें निर्धारित समय पर नहीं रवाना हो सकीं। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि बिहार में सीमांचल एक्सप्रेस के दुर्घनाटग्रस्त होने से कई ट्रेनें देरी से पहुंची हैं।
कोहरे से देश-विदेश की 200 उड़ानें हुईं प्रभावित
इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (आइजीआइ) पर कोहरा होने के कारण सोमवार को विमान संचालन पर खासा असर पड़ा। सोमवार सुबह आइजीआइ एयरपोर्ट पर कोहरे के कारण सामान्य दृश्यता का स्तर शून्य तक चला गया था। हालांकि, रनवे पर स्थिति इससे बेहतर थी। लिहाजा तकनीक के जरिये उड़ानों का संचालन किया गया। इस दौरान 200 से ज्यादा उड़ानें प्रभावित हुईं। हालांकि, किसी उड़ान के डायवर्ट अथवा रद होने की सूचना नहीं है। देरी के कारण यात्रियों को परेशानी हुई। दोपहर बाद दृश्यता ठीक होने पर स्थिति सामान्य हुई।
एयरपोर्ट मौसम विभाग के मुताबिक आइजीआइ एयरपोर्ट पर रात से ही कोहरा छाना शुरू हो गया था। सुबह होते होते कोहरे की चादर ने एयरपोर्ट को घेर लिया। दृश्यता कम होने पर वहां तकनीक से विमानों का संचालन शुरू हुआ। इस दौरान उड़ानों का प्रस्थान रुक-रुककर हुआ। वहीं, आने वाली उड़ानों को उतरने में भी दिक्कत आई। इससे पीछे से आने व जाने वाली उड़ानें भी लेट होती चली गईं। सुबह 11 बजे के बाद स्थिति में सुधार होना शुरू हुआ। दोपहर 12 बजे के बाद उड़ानों का संचालन सामान्य हो सका। सबसे ज्यादा प्रभावित पटना, जयपुर, नागपुर, मुंबई, चेन्नई, गुवाहाटी, अमृतसर, बेंगलुरू और रांची आने जाने वाली उड़ानों पर पड़ा। इस दौरान दुबई, मस्कट, कोलंबो और काठमांडू आने-जाने वाली उड़ानें भी प्रभावित हुईं।
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