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नई दिल्ली। दिल्ली के मौसम में इस साल असामान्य बदलाव देखने को मिल सकते हैं 1976 के बाद 20 मई को सबसे अधिक एक दिन की बारिश दर्ज की गई थी। इसके साथ ही दिल्ली में पिछले 13 साल में सबसे पहले मानसून (Monsoon) पहुंचने का एक और रिकॉर्ड बन सकता है। ऐसा तब हो सकता है जब दक्षिण-पश्चिम मानसून अपनी सामान्य गति से तेज चलकर 15 जून को दिल्ली में प्रवेश कर जाए।
मीडिया रिपोर्ट में आईएमडी के वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव के हवाले से कहा गया है कि मानसून के 15 जून तक दिल्ली पहुंचने और 16 जून तक पूरे देश में पहुंचने की अधिक संभावना है। उनका कहना है, ‘अभी तक मानसून के दिल्ली पहुंचने की अपेक्षित तारीख 15 जून है. यह 12 दिन पहले या एडवांस में चल रहा है। हम इस पूरे सप्ताह सामान्य मात्रा की बारिश अनुमानित है. इसके कारण इस हफ्ते तापमान सामान्य से कम ही रहेगा।
शनिवार को जहां पूरे दिन में बिलकुल भी बारिश दर्ज नहीं की गई, वहीं अचानक रात में मौसम बदल गया और दिल्ली में तेज हवाओं के साथ कुछ स्थानों पर हल्की बारिश दर्ज की गई। दिन का अधिकतम तापमान सामान्य से चार डिग्री कम 35.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. वहीं रविवार को दिल्ली में मध्यम बारिश का अनुमान है.
बता दें कि दक्षिण पश्चिम मानूसन के दिल्ली में हर साल पहुंचने का औसत समय 27 जून है। इसका मतलब यह है कि इस बार मानसून हर साल की तुलना में 12 दिन पहले दिल्ली पहुंच सकता है।
रिपोर्ट के मुताबिक आईएमडी ने 1961 के बाद के आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए पिछले साल 29 जून से दिल्ली में दक्षिण-पश्चिम मानसून की शुरुआत की तारीख को संशोधित किया था। पिछले साल भी मानसून ने दिल्ली में जल्दी दस्तक दी थी. यह पिछले साल 25 जून को दिल्ली पहुंचा था। वहीं 2019 में इसमें करीब एक हफ्ते की देरी हुई थी। यह 2019 में 5 जुलाई को दिल्ली पहुंचा था. इसके पहले 2018 में यह 28 जून को दिल्ली पहुंचा था।
2003 के बाद से आईएमडी के जुटाए आंकड़ों से पता चलता है कि मानसून सिर्फ आठ बार जून में दिल्ली पहुंचाया है। अन्य साल में जुलाई के पहले सप्ताह में ही आया है।
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