रविवार सुबह धर्मशाला में हिमाचल प्रदेश विधानसभा के मुख्य द्वार और चारदीवारी पर खालिस्तान के झंडे बंधे मिले। रविवार तड़के कांगड़ा पुलिस को विधानसभा के गेट पर खालिस्तान के झंडे लगे होने की सूचना मिली। धर्मशाला के बाहरी इलाके में स्थित विधानसभा परिसर की दीवारों पर भी खालिस्तान समर्थक नारे लिखे गए थे। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
उपायुक्त डॉ निपुण जिंदल ने कहा कि कुछ बदमाशों ने तपिवन में राज्य विधानसभा के बाहरी गेट पर पांच से छह खालिस्तानी झंडे लगाए थे और दीवार पर खालिस्तान समर्थक नारे लिखे थे। झंडे हटा दिए गए हैं और नारों को साफ कर दिया गया है। पुलिस ने मामला दर्ज किया है और जांच जारी है। पुलिस अपराधियों को पकड़ने के लिए आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है।
धर्मशाला की एसडीएम शिल्पी बेकता ने कहा कि हम मामले की जांच कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश खुले स्थान (विकृति निवारण) अधिनियम, 1985 की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाएगा। यह हमारे लिए और अधिक सतर्कता के साथ काम करने के लिए एक वेक-अप कॉल की तरह है।
इस बीच हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि मैं धर्मशाला विधानसभा परिसर के गेट पर खालिस्तान के झंडे लगाने की कायरतापूर्ण कार्रवाई की निंदा करता हूं। घटना की जांच की जाएगी और सख्त कार्रवाई की जाएगी। हम जल्द ही अन्य राज्यों के साथ अपनी सीमाओं पर सुरक्षा की समीक्षा करेंगे।
जयराम ठाकुर ने ट्वीट किया कि इस विधानसभा में केवल शीतकालीन सत्र ही होता है। इसलिए यहां अधिक सुरक्षा व्यवस्था की आवश्यकता उसी दौरान रहती है। इसी का फायदा उठाकर यह कायरतापूर्ण घटना को अंजाम दिया गया है, लेकिन हम इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे। इस घटना की त्वरित जांच की जाएगी और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। मैं उन लोगों को कहना चाहूंगा कि यदि हिम्मत है तो रात के अंधेरे में नहीं, दिन के उजाले में सामने आएं।
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