ट्रैफिक चालान कटने डर खत्म होगा और एक ऐप से आसान होगा सारा काम!

नई दिल्ली। नया मोटर व्हीकल एक्ट आने के बाद चालान कटने का डर बढ़ गया है. जिस पेपर के ना होने पर पहले 100 या 500 रुपये का चालान लगता था, अब उसमें 5000-10,000 रुपये का चालान देना पड़ रहा है. ऐसे में अगर आप भारी-भरकम चालान से बचना चाहते हैं तो DigiLocker में अपने सभी डॉक्यूमेंट संभाल कर रख सकते हैं.

कैसे डॉक्यूमेंट अपलोड करें?
DigiLocker में कोई भी डॉक्यूमेंट अपलोड करने से पहले अपलोड आईकॉन पर क्लिक करना होगा.

इसके बाद अपनी फाइल या पेपर सेलेक्ट करके ओपन करें.

डॉक्यूमेंट अपलोड करते हुए आप यह भी तय कर सकते हैं कि आपको किस तरह का डॉक्यूमेंट अपलोड करना है. इसके लिए select doc type पर क्लिक करें, जिसके बाद आपके पास pdf या word फॉरमैट जैसे ऑप्शन आ जाते हैं.

इसके बाद आप अपनी पसंद का फॉरमैट और डॉक्यूमेंट चुनकर उसे सेव (Save) कर सकते हैं.

DigiLocker में कौन से डॉक्यूमेंट रखे जा सकते हैं?

DigiLocker ने UIDAI के साथ साझेदारी की है ताकि आधार कार्ड नंबर इसमें रखा जा सके. डिजिटल आधार की अहमियत भी ई-आधार के बराबर ही है.

DigiLocker क्लाउड बेस्ड प्लेटफॉर्म है जहां आप अपने सभी डॉक्यूमेंट रख सकते हैं. इस प्लेटफॉर्म ने मिनिस्ट्री ऑफ रोड ट्रांसपोर्ट एंड हाइवे के साथ भी समझौता किया है. लिहाजा आप अपने डिजिलॉकर में ड्राइविंग लाइसेंस और व्हीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट भी रख सकते हैं.

DigiLocker में यूज़र्स पैन कार्ड भी सेव करके रख सकते हैं. ज़रूरत पड़ने पर सब्सक्राइबर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से रियल टाइम पैन वैरिफिकेशन रिकॉर्ड दिखा सकते हैं.

डिजिलॉकर की पार्टनरशिप CBSE के साथ भी है. इसका मतलब है कि आप अपने मार्क्सशीट भी इसमें सेव करके रख सकते हैं. ये मार्कशीट रजिस्टर्ड और नॉन-रजिस्टर्ड CBSE स्टूडेंट्स एक्सेस कर सकते हैं.

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