भोपाल। मध्य प्रदेश के सीधी जिले में एक आदिवासी मजदूर पर शराब के नशे में पेशाब करने वाले BJP नेता प्रवेश शुक्ला के कांड के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने 6 जुलाई को पीड़ित से मुलाकात की। मुख्यमंत्री ने सीएम हाउस में पीड़ित दशमत रावत को बुलाकर उसके पैर धोए और सम्मानित किया। आरती उतारी और तिलक लगाया। शिवराज सिंह चौहान ने एक tweet किया-“मन दु:खी है; दशमत जी आपकी पीड़ा बांटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी मांगता हूं, मेरे लिए जनता ही भगवान है!”
मन दु:खी है; दशमत जी आपकी पीड़ा बाँटने का यह प्रयास है, आपसे माफी भी माँगता हूँ, मेरे लिए जनता ही भगवान है! pic.twitter.com/7Y5cleeceF
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) July 6, 2023
आरोप प्रवेश शुक्ला को 4 जुलाई की देर शाम अरेस्ट किया गया था। इसके बाद से मामला लगातार तूल पकड़ा हुआ है। आरोपी पर पीड़ित के ऊपर शराब के नशे में पेशाब करने का आरोप है। हालांकि जो वीडियो वायरल हुआ, वो 2020 का बताया जाता है। सीधी कांड ने MP की राजनीति में भूचाल लाकर रख दिया है। यह नेशनल इश्यू बनते ही मप्र सरकार डैमेज कंट्रोल करने में जुट गई है। 5 जुलाई को आरोपी के घर के अवैध हिस्से पर बुलडोजर चला दिया गया। आरोपी पर नेशनल सिक्योरिटी एक्ट(NSA) लगाया गया है। आरोपी प्रवेश शुक्ला दावा करता रहा है कि वो भाजपा विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि है, लेकिन विधायक ने इससे इनकार कर दिया है। उधर, परिजनों का आरोप है कि वीडियो प्रवेश के खिलाफ एक साजिश है।
दशमत से मुलाकात के एक दिन पहले शिवराज सिंह चौहान ने tweet किया था-जबसे मैंने सीधी की घटना का वीडियो देखा, अंतर्मन अत्यधिक व्याकुल और हृदय पीड़ा से भरा हुआ है। मैं तबसे ही दशमत जी से मिलकर उनका दुःख बांटना चाहता था और यह विश्वास भी दिलाना चाहता था कि उनको न्याय मिलेगा। कल(6 जुलाई) उनसे और उनके परिवार से भोपाल में अपने निवास पर मिलकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त करने के साथ परिवार को ढांढस बंधाऊंगा। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित दशमत रावत के साथ भोपाल में स्मार्ट सिटी पार्क का दौरा किया और पौधे लगाए।
मप्र के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एक वीडियो tweet करके कहा था-आज मेरा मन मध्य प्रदेश के आदिवासी भाई बहनों के अपमान की घटनाओं से बहुत दुखी है। सीधी जिले में एक आदिवासी युवक के ऊपर भाजपा नेता के पेशाब करने का वीडियो देखकर रूह कांप जाती है। क्या सत्ता का नशा इस कदर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं पर चढ़ गया है कि वे इंसान को इंसान नहीं समझ रहे। यह घटना आदिवासी अस्मिता पर प्रहार है। यह घटना टंट्या मामा और बिरसा मुंडा जैसे महापुरुषों का अपमान है। यह घटना मध्य प्रदेश के करोड़ों आदिवासी भाई बहनों का अपमान है। मैं शिवराज सरकार को चेतावनी देता हूं कि आदिवासी समाज पर हो रहे अत्याचारों को सरकारी संरक्षण देना बंद करें। कांग्रेस पार्टी पूरी तरह से आदिवासी समाज के साथ खड़ी है और उन्हें न्याय दिला कर रहेगी।
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