राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कुत्तों के काटने के मामले बढ़ रहे हैं। दिल्ली के अस्पतालों में कुत्ते काटने के मरीजों की बड़ी संख्या पहुंच रही है।
राजधानी दिल्ली के अलग- अलग अस्पतालों में हर रोज औसतन एक हजार से अधिक लोग कुत्ते या बिल्ली जैसे जानवरों के काटने के बाद रेबीज का टीका लगवाने आ रहे हैं। सबसे अधिक लोग केंद्र सरकार के सफदरजंग अस्पताल में रेबीज का टीका लगवाने आते हैं।
सफदरजंग में हर रोज 500 लोग रेबीज का टीका लगवाते हैं, इनमें 200 लोग पहले टीके के लिए और औसतन 300 लोग रेबीज के टीके की अन्य खुराक लेने आते हैं। राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हर रोज औसतन 200 लोग, जीटीबी में 250 और लोकनायक में 120 लोग हर रोज एंटी रेबीज टीके के लिए अस्पताल पहुंचते हैं। वहीं, डॉक्टरों के अनुसार दिल्ली में कुत्तों के काटने पर ज्यादतार बच्चे इलाज के लिए आते हैं। बच्चों की संख्या लगभग 60 फीसदी है, जिन्हें एंटी रेबीज वैक्सीन लगाया जा रहा है।
इस साल 44,498 मामले दर्ज
1- निगम के अस्पतालों और पॉलिक्लिनिकों में पिछले साल से दो गुना दर्ज हुए कुत्तों के काटने के मामले
2- इस वर्ष 2023 में जुलाई तक 44,498 कुत्तों के मामले दर्ज हुए हैं
3- पिछले वर्ष 2022 तक 13,690 31 अगस्त तक कुत्तों के काटने के मामले दर्ज हुए हैं
4- 60 फीसदी तक बच्चे को कुत्तों के काटने पर लगाई जा रही है एंटी रेबीज वैक्सीन
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