साहिबगंज। झारखंड राज्य के सीएम हेमंत सोरेन पर संकट बढ़ गया है। उनके विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के साहिबगंज स्थित 9 ठिकानों पर शुक्रवार सुबह से ईडी की टीम छापेमारी कर रही है। पंकज मिश्रा और उनके करीबी कारोबारी राजू, ट्विंकल भगत, पतरु सिंह, छोटू यादव, दाहू यादव, विनोद साहू, कृष्णा साह, भगवान भगत के यहां भी छापेमारी जारी है। कृष्णा साह और भगवान भगत पत्थर कारोबारी हैं। ये सभी पंकज मिश्रा के साथी माने जा रहे हैं। छापेमारी होटल, रेस्टोरेंट के अलावा घरों में भी जारी है। इस रेड को निलंबित आईएएस पूजा सिंघल प्रकरण से जोड़ कर देखा जा रहा है। छापेमारी अवैध खनन के मामले में चल रही है। पूजा सिंघल प्रकरण में शुरु से पंकज मिश्रा का नाम सामने आता रहा है। छापेमारी में झारखंड के अलावा पश्चिम बंगाल और बिहार की ईडी टीम भी शामिल है। सुबह 5 बजे ही टीम ठिकानों पर पहुंची। छापेमारी के दौरान सभी ठिकानों को सील कर दिया गया है। स्थानीय पुलिस के अलावा सीआरपीएफ की टीम भी मौजूद है।महिला जवानों को भी तैनात किया गया है। ईडी की छापेमारी के दौरान पंकज मिश्रा के ठिकानों से ईडी की टीम को कुछ हाथ लगती है तो सीएम पर संकट बढ़ सकता है।
जानकारी हो कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में सीएम के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा पर भी 4 जून को केस ईडी ने दर्ज किया था। पंकज मिश्रा पर साहिबगंज जिले के बरहरवा थाना में वर्ष 2020 में भी एक केस दर्ज किया गया था। उक्त केस टेंडर विवाद में दर्ज हुआ था। इस मामले में शंभु नंद कुमार का बयान भी दर्ज किया गया था। शंभू नंद कुमार ने पंकज मिश्रा के अलावे मंत्री आलमगीर आलम पर उनके इशारे पर टेंडर विवाद में मारपीट करने का आरोप लगाया था। हालांकि पुलिस ने दोंनो को क्लीनचिट दे दी थी।
पत्रकारों ने सुबह से परेशान कर दिया,उनकी जानकारी ही आम जनता तक बता रहा हूँ ।
पंकज भाग नहीं पाया ? आख़िर ED की जॉंच में उसके यहाँ छापेमारी चालू हो गई,बेचारा इंतज़ार भी कर रहा था ,मुख्यमंत्री जी का प्रतिनिधि भी है।— Dr Nishikant Dubey (@nishikant_dubey) July 8, 2022
कुछ दिनों पूर्व एक मीडिया चैनल को दिए गए इंटरव्यू में पंकज मिश्रा ने कहा था कि वे किसी से डरने वाले नहीं है।वे ईडी की जांच के लिए तैयार है। उन्होंने कुछ गलत किया ही नहीं तो क्यों डरें। वे ईडी के हर सवाल का जवाब देने के लिए तैयार बैठे हैं। जानकारी होगी अवैध खनन के मामले में ईडी ने राज्य के अलग-अलग खनन पदाधिकारियों से पूछताछ की थी। पूछताछ में खनन पदाधिकारियों ने सीएम के करीबी पंकज मिश्रा का नाम भी बताया था तब से वह ईडी के रडार पर थे। पंकज मिश्रा के बारे में माना जा रहा है कि राज्य के विभिन्न अधिकारी उनके घर पर दरबार लगाते हैं। पंकज मिश्रा ही तय करते हैं कि किस अधिकारी की ट्रांसफर- पोस्टिंग कहां होगी। फिलहाल यह देखने वाली बात है कि छापेमारी के दौरान पंकज मिश्रा के विभिन्न ठिकानों से ईडी को क्या हाथ लगती है।
इधर इस मामले में बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर इस मामले में चुटकी की है। ट्वीट कर उन्होंने कहा है कि पत्रकारों ने सुबह से परेशान कर दिया, उनकी जानकारी ही आम जनता तक बता रहा हूं. पंकज भाग नहीं पाया? आखिर ED की जांच में उसके यहां छापेमारी चालू हो गई।
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