मूर्ति विसर्जन करते में आई बाढ़ आठ बहे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घटना पर जताया दुख

floodsfloodsfloodsfloodsfloodsfloodsfloodsfloods

जलपाईगुड़ी। पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में बुधवार को दुर्गा प्रतिमा के विसर्जन के दौरान मल नदी में अचानक बहाव तेज होने से बहे लोगों की तलाश जारी है। अभी तक आठ शव बरामद किए जा चुके हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। जलपाईगुड़ी के पुलिस अधीक्षक देवर्षि दत्ता ने बताया कि विजयदशमी के अवसर पर नदी में मूर्ति विसर्जन के दौरान बुधवार रात करीब साढ़े आठ बजे अचानक बहाव बढ़ने से कुछ लोग बह गए।
उन्होंने पत्रकारों से कहा, ”लापता लोगों का पता लगाने के लिए खोज एवं बचाव अभियान जारी है।” एक अधिकारी ने बताया कि मृतकों में आठ वर्षीय लड़का, 13 वर्षीय लड़की और तीन महिलाएं भी शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इलाके में हल्की बारिश के बावजूद तड़के खोज एवं बचाव अभियान शुरू किया गया। रात में कम रोशनी के चलते कुछ घंटे के लिए अभियान रोक दिया गया था।
हादसा उस समय हुआ, जब दुआर्स क्षेत्र के मालबाजार में कई सामुदायिक दुर्गा पूजा समितियों की मूर्तियों का विसर्जन मल नदी में किया जा रहा था। अधिकारी ने बताया कि 15 घायल लोगों को एक नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्वीट किया, ”पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में दुर्गा पूजा के मौके पर हुए हादसे से दुखी हूं। हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिवार वालों के प्रति मेरी संवेदनाएं।” राज्य के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री बुलु चिक बराइक ने मृतक संख्या और बढ़ने की आशंका जताई है। बराइक मल विधानसभा क्षेत्र के विधायक हैं।
उन्होंने कहा, ”जब हादसा हुआ, उस समय मैं मौके पर मौजूद था। कई लोग बह गए और नदी का बहाव बेहद तेज था। घटना के समय वहां सैकड़ों लोग मौजूद थे। अब भी कई लोग लापता हैं।” इलाके में पिछले कुछ दिनों में कम ही बारिश हुई है, लेकिन भूटान के पर्वतीय क्षेत्रों व ऊंचाई वाले हिस्सों में भारी बारिश होने की सूचना मिली है।
सूत्रों ने बताया कि मल नदी का उद्गम पहाड़ियों से होता है। उन्होंने कहा कि भारी बारिश के कारण पानी ऊंचाई वाले क्षेत्रों में जमा हो गया और उससे ही नदी में अचानक बहाव तेज हो गया। मल नदी क्षेत्र में तीस्ता नदी में जाकर मिल जाती है।

Be the first to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published.


*