फ्लोरिडा। टाइम मैंगजीन की 2021 की 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट में जगह बनाने वाले अमेरिकी बिजनेसमैन और आविष्कारकएलन मस्क( elon musk) ने एक इतिहास रच दिया है। उनकी कंपनी स्पेसएक्स ने गुरुवार को भारतीय समयानुसार सुबह 5:33 बजे पहली बार 4 आम लोगों को अंतरिक्ष(Space) में रवाना किया। फॉल्कन-9 रॉकेट की लॉन्चिंग नासा के फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस रिसर्च सेंटर से से हुई। करीब 12 मिनट बाद ड्रैगन कैप्सूल रॉकेट से अलग हो गया। बता दें कि बुधवार को ही Time Magazine की 2021 की 100 प्रभावशाली लोगों की लिस्ट जारी की थी। इसमें इनोवेटर्स कैटेगरी में टेस्ला के चीफ एलन मस्क को शामिल किया गया है। इस कैटेगरी में वे अकेले हैं।
इस मिशन का मकसद अमेरिका के टैनेसी स्थित सेंट जूड चिल्ड्रन रिसर्च हॉस्पिटल के लिए फंड जुटाना है। इस मिशन को इसाकमैन लीड कर रहे हैं। इस मिशन क जरिये 20 करोड़ डॉलर जुटाने का लक्ष्य है। मिशन का दूसरा उद्देश्य कैंसर के प्रति जागरूकता भी लाना है। बता दें कि एलन मस्क ने पिछले कुछ सालों में कई बार भारत के लिए टेस्ला की योजनाओं के बारे में कई ट्वीट किए हैं। एलन मस्क जल्द ही टेस्ला की एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) यूनिट कर्नाटक में सेटअप करने की बात कह चुके हैं। कुछ महीने पहले उन्होंने अपने ट्वीट में ‘As promised’ वर्ड का यूज किया है, जिससे लगता है कि वे अपनी घोषणा को लेकर काफी गंभीर हैं।
बता दें कि यह कैप्सूल 357 मील यानी करीब 575 किलोमीटर की ऊंचाई पर पृथ्वी की कक्षा में 3 दिन चक्कर लगाएगा। 2009 के बाद पहली बार कोई इंसान अंतरिक्ष में इतनी ऊंचाई पर पहुंचा है। इससे पहले मई 2009 में वैज्ञानिक हबल टेलिस्कोप की रिपेयरिंग के लिए 541 किलोमीटर की ऊंचाई पर गए थे। हालांकि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर अंतरिक्ष यात्री जाते रहते हैं। लेकिन इस स्पेस सेंटर की ऊंचाई सिर्फ 408 किलोमीटर है। इस मिशन को इंस्पिरेशन 4 नाम दिया गया है।
ये तस्वीर फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस रिसर्च सेंटर की है। मिशन की सफलता के बाद लोगों ने यूं खुशी जाहिर की। यह स्पेसक्राफ्ट एक साथ 7 लोगों को स्पेस में ले जाने की क्षमता रखता है। यह पहला प्राइवेट स्पेसक्राफ्ट है।
इस ट्रिप पर कितना खर्चा आएगा, इसका अभी खुलासा नहीं किया गया है। धरती की कक्षा में जाने वाला यह दुनिया का पहला नॉन प्रोफेशनल एस्ट्रोनॉट्स का क्रू है। इससे पहले इससे पहले ब्लू ओरिजिन और वर्जिन स्पेस शिप ने भी कोशिश की थी, लेकिन पूरी तरह सफल नहीं हो पाए थे। स स्पेसक्राफ्ट में दो ट्रेन्ड पायलट हैं, लेकिन ये स्पेसक्राफ्ट को ऑपरेट नहीं करेंगे।
जेयर्ड इसाकमैन: ये मिशन को लीड कर रहे हैं। 38 साल के इसाकमैन शिफ्ट4पेमेंट नामक पेमेंट कंपनी के फाउंडर और CEO हैं। इन्होंने महज 16 साल की उम्र में ही कंपनी स्थापित की थी। ये कम उम्र में ही अरबपति बन गए थे। इसाकमैन प्रोफेशनल पायलट हैं। ये अमेरिकी एयरफोर्स के पायलट्स को ट्रेनिंग देते हैं।
हेयली आर्केनो: 29 साल की हेयली कैंसर सर्वाइवर हैं। वे सबसे कम उम्र की अमेरिकी नागरिक हैं, जिन्हें स्पेस में जाने का मौका मिला है। वे हड्डियों के कैंसर से पीड़ित रही हैं। मिशन में वे मेडिकल ऑफिसर की जिम्मेदारी उठा रही हैं।
शॉन प्रोक्टर: प्रोक्टर एरिजोना के एक कॉलेज में जियोलॉजी की प्रोफेसर हैं। 51 साल के प्रोक्टर के पिता अपोलो मिशन के दौरान नासा के साथ जुड़े रहे हैं। प्रोक्टर भी नासा के स्पेस प्रोग्राम का हिस्सा रहे हैं।
क्रिस सेम्ब्रोस्की: क्रिस अमेरिकी एयरफोर्स में पायलट थे। उन्होंने इराक युद्ध लड़ा। 42 साल के क्रिस एयरोस्पेस और डिफेंस निर्माता कंपनी लॉकहीड मार्टिन के साथ काम करते हैं।
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