
नई दिल्ली। राजधानी के अस्पतालों में एक एक कर हो रही ऑक्सीजन की किल्लत के बाद दिल्ली के ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में ऑक्सीजन की कमी की खबर से लोगों की सांसें रुकी हुई हूं। कई जगहों पर एम्स में इमरजेंसी बंद होने की सूचना पर एम्स प्रशासन की ओर से इमरजेंसी बंद होने की बात कही गई।
हालांकि एम्स में इमरजेंसी को पूरी तरह बंद नहीं किया गया है। जबकि एम्स प्रशासन के अनुसार शनिवार को एम्स में इमरजेंसी रजिस्ट्रेशन को सिर्फ एक घंटे के लिए रोका गया। ऐसा इसलिए किया गया कि अस्पताल में भर्ती कोविड के मरीजों की ऑक्सीजन की बढ़ी हुई जरूरतों को पूरा करने के लिए पाइपलाइनों को व्यवस्थित किया जा रहा था।
एम्स की ओर से बताया गया कि फिलहाल करीब 100 कोरोना मरीज इमरजेंसी में इलाज ले रहे हैं। यह उन 800 मरीजों के अतिरिक्त हैं जो एम्स के कई सेंटरों में भर्ती हैं और इलाज करा रहे हैं। एम्स में भर्ती करने की प्रक्रिया चालू है और इमरजेंसी डिपार्टमेंट पूरी तरह काम कर रहा है।
बता दें कि एम्स में करीब एक घंटे के लिए इमरजेंसी रोकने के कारण वहां पहुंचे मरीजों से तैनात गार्ड ने इमरजेंसी बंद होने की बात कही। जिससे मरीज और परिजन घबरा गए। इस दौरान सोशल मीडिया पर भी इमरजेंसी बंद होने की सूचनाएं आने लगीं। हालांकि एम्स की ओर से इमरजेंसी चालू होने की पुष्टि की है।
डॉक्टर बोले, टुकड़ों में बांटकर लगाई है कई मरीजों को ऑक्सीजन
इस दौरान एम्स में पहुंचने वाले मरीजों को भी लौटा दिया गया। इमरजेंसी में डॉक्टरों का कहना था कि एक ही ऑक्सीजन को टुकड़ों टुकड़ों में बांटकर कई लोगों को लगाया है। अब एम्स में कोरोना मरीज के लिए बेड नहीं है।
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